समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22 मई। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि 2000 रुपये के बैंक नोटों को वापस लेना मुद्रा प्रबंधन संचालन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि आरबीआई लंबे समय से स्वच्छ नोट नीति का पालन कर रहा है। गवर्नर दास ने कहा कि आरबीआई समय-समय पर किसी विशेष श्रृंखला के नोटों को वापस लेता है और नए नोट जारी करता है। आज नई दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए गवर्नर दास ने कहा कि 2000 रुपये के नोट मुख्य रूप से नोटबंदी के बाद वापस लिए गए नोटों की कमी को पूरा करने के लिए शुरु किए गए थे और अब यह उद्देश्य पूरा हो गया है और परिचालन में पर्याप्त नोट हैं। उन्होंने कहा कि बैंकों से कहा गया है कि वे कल से शुरू हो रहे 2000 रुपए के नोटों को बदलने के लिए आवश्यक प्रबन्ध करें। आरबीआई गवर्नर ने उम्मीद जताई कि इस साल 30 सितंबर तक अधिकतर 2000 बैंक नोट सरकारी खजाने में वापस आ जाएंगे।
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