RBI के तीन बड़े फैसले: 15 दिन में क्लेम सेटलमेंट, रिटेल निवेश आसान और पंचायत स्तर पर Re-KYC कैंप

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,  6 अगस्त:
आम नागरिकों के लिए बैंकिंग सेवाओं को और सरल व पारदर्शी बनाने की दिशा में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने तीन बड़े फैसलों की घोषणा की है। यह ऐलान मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक के बाद RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने किया।

इन फैसलों का उद्देश्य ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को बेहतर बैंकिंग अनुभव देना, वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) को बढ़ावा देना और बैंकिंग सेवाओं में विश्वसनीयता व समयबद्धता लाना है।

15 दिन में मृतक खाताधारक का क्लेम सेटलमेंट

अब यदि किसी खाताधारक की मृत्यु हो जाती है और खाते में नामांकित व्यक्ति (Nominee) है, तो बैंक को 15 दिन के भीतर क्लेम सेटल करना होगा। अगर नॉमिनी नहीं है, तो 30 दिनों में सेटलमेंट अनिवार्य होगा।

इस बदलाव से परिवारों को लंबी कानूनी प्रक्रिया या बैंक के चक्कर लगाने से राहत मिलेगी। यह कदम पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित करेगा, जिससे लोगों का बैंकिंग सिस्टम पर भरोसा बढ़ेगा।

रिटेल डायरेक्ट प्लेटफॉर्म अब और यूज़र-फ्रेंडली

RBI का रिटेल डायरेक्ट प्लेटफॉर्म अब आम निवेशकों के लिए और भी सहज होगा। इसके ज़रिए कोई भी व्यक्ति सरकारी बॉन्ड या सिक्योरिटीज में निवेश कर सकता है—जो कम जोखिम और सुरक्षित निवेश माने जाते हैं।

नई तकनीकों और इंटरफेस के जरिए इसे यूज़र-फ्रेंडली बनाया जाएगा, जिससे शेयर बाजार से दूर रहने वाले लोग भी सुरक्षित निवेश कर सकें।

जनधन खातों के लिए पंचायत स्तर पर Re-KYC कैंप

जनधन योजना के तहत खोले गए करोड़ों खातों को अब Re-KYC (Know Your Customer) की ज़रूरत है, क्योंकि इन खातों को एक दशक हो चुका है। RBI ने 1 जुलाई से 30 सितंबर तक देशभर के पंचायत स्तर पर विशेष Re-KYC कैंप आयोजित करने की घोषणा की है।

इन कैंपों में:

  • खाताधारकों का KYC अपडेट
  • माइक्रो-इंश्योरेंस की जानकारी
  • पेंशन योजना सेवाएं
  • शिकायत निवारण सुविधा

भी उपलब्ध कराई जाएगी।

RBI का उद्देश्य: वित्तीय समावेशन और विश्वास

RBI के इन फैसलों का मुख्य उद्देश्य है—सभी वर्गों तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाना और लोगों का विश्वास बढ़ाना। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए यह एक सशक्त कदम है।

इनसे यह भी सुनिश्चित होगा कि जरूरत के समय लोगों को उनकी जमा राशि तक समय पर और बिना कठिनाई के पहुंच मिल सके।

RBI द्वारा घोषित ये तीन बड़े निर्णय देश की बैंकिंग प्रणाली को अधिक जनहितकारी, पारदर्शी और समयबद्ध बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं। चाहे वह मृतक खातों की सेटलमेंट प्रक्रिया हो, निवेश को आसान बनाना, या जनधन खातों का KYC अपडेट, हर पहल वित्तीय जागरूकता और सशक्त भारत की दिशा में एक ठोस कदम है।

 

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.