आरडीआई फंड निजी नवाचार के लिए ऐतिहासिक उत्प्रेरक: डॉ. जितेंद्र सिंह
दिल्ली में आरडीआई फंड आउटरीच कार्यक्रम के दौरान उद्योग जगत से संवाद, गहन तकनीकी विकास में निजी क्षेत्र की भूमिका पर जोर
-
1 लाख करोड़ रुपये का आरडीआई फंड निजी क्षेत्र के नेतृत्व वाले नवाचार को देगा नई गति
-
कम ब्याज, बिना गारंटी ऋण और इक्विटी आधारित सहायता की अनूठी व्यवस्था
-
अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और उन्नत प्रौद्योगिकी में निजी भागीदारी को बढ़ावा
-
एआई, सेमीकंडक्टर, क्वांटम और स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों को मिलेगा बल
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13 दिसंबर: केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेंद्र सिंह ने 1 लाख करोड़ रुपये के अनुसंधान, विकास एवं नवाचार (आरडीआई) फंड को भारत के निजी क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक उत्प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह फंड अनुसंधान, बौद्धिक संपदा सृजन और व्यावसायीकरण की अगली लहर को आगे बढ़ाने में निर्णायक भूमिका निभाएगा।
उद्योग को नेतृत्व देने का आह्वान
नई दिल्ली में आयोजित आरडीआई फंड आउटरीच कार्यक्रम में उद्योग जगत के दिग्गजों, उद्यमियों और नवप्रवर्तकों से संवाद करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार उद्योग को गहन तकनीकी विकास में तेजी लाने और नेतृत्व करने में सक्षम बना रही है। यह पहल निजी क्षेत्र के प्रति सरकार के विश्वास को दर्शाती है।

वित्तीय ढांचे की वैश्विक विशेषता
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि आरडीआई फंड की वित्तीय संरचना विश्व में अपनी तरह की पहली है, जिसके तहत बिना गिरवी और बिना गारंटी के तीन प्रतिशत से कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। यह व्यवस्था उच्च जोखिम वाले अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई है।
प्रधानमंत्री के सुधारों का प्रभाव
मंत्री ने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साहसिक सुधारों का परिणाम है, जिनके तहत अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा और उन्नत प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों को निजी भागीदारी के लिए खोला गया है। आरडीआई फंड इन क्षेत्रों में नवाचार को मजबूत आधार देगा।

राष्ट्रीय मिशनों से जुड़ाव
आरडीआई फंड एआई, सेमीकंडक्टर, क्वांटम प्रौद्योगिकी, साइबर-भौतिक प्रणाली, चिकित्सा तकनीक, स्वच्छ ऊर्जा तथा अंतरिक्ष और परमाणु क्षेत्र से जुड़े राष्ट्रीय मिशनों का अहम हिस्सा है, जिससे खोज से लेकर बड़े स्तर पर उपयोग तक की यात्रा आसान होगी।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.