समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,9 जनवरी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने ओंकारेश्वर स्थित नर्मदा किनारे मार्कण्डेय आश्रम में भारत माता एवं आदि शंकराचार्य जी का पूजन करते हुए भारत माता की सेवा के व्यापक अर्थ को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि भारत माता का पूजन केवल प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि यह भारत में निवास करने वाले जन, जमीन, जंगल, जल और जानवरों की सेवा और सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।
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