‘ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रतिबंधित साहित्य में गाँधी’ पुस्तक का विमोचन

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11 सितम्बर। डायमंड बुक्स ने नेशनल आर्काइव्स के सहयोग से ”’ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रतिबंधित साहित्य में गाँधी” पुस्तक का विमोचन किया। उद्घाटन समारोह स्मृति न्यास राजघाट पर शुक्रवार, 10 सितंबर 2021 को शाम 4:30 बजे आयोजित किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय संसदीय कार्य एवं संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पुस्तक का विमोचन किया। अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, “यह पुस्तक भारतीय भाषाओं के माध्यम से भारतीय राष्ट्रवाद की स्पष्ट अभिव्यक्ति है और हिंदी लोक साहित्य का एक अनूठा संग्रह है।

पुस्तक में प्रकाशित लेख देश के कई अज्ञात लेखकों द्वारा लिखे गए हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी को नहीं देखा था, न ही वे गांधीजी से प्रभावित थे बल्कि उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में गांधीजी के सामने ही सुना था। गांधीजी के कार्य सिद्धांतों को प्रतिपादित करने पर कई पुस्तकें उपलब्ध हैं, लेकिन यह पुस्तक अलग है क्योंकि इसकी रचनाओं पर ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया था।

मंडापॉकेट बुक्स के निदेशक नरेंद्र कुमार वर्मा ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि गांधी के विचार, जिन पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था, इसलिए रोक दिया गया क्योंकि सत्य और अहिंसा उनकी आवाज उठाते थे और यह ब्रिटिश सरकार को नहीं चाहिए था।

गांधी जी के इन विचारों का संकलन जो अप्रकाशित रहा, उसे राष्ट्रीय अभिलेखागार से बड़ी मेहनत से निकालकर राकेश पाण्डेय ने लयबद्ध ढंग से प्रस्तुत किया, जो एक सराहनीय प्रयास है।

कार्यक्रम में विजय गोयल, गांधी स्मृति और दर्शन समिति के उपाध्यक्ष अरविंद मोहन, पत्रकार और गांधी फेलो दीपांकर, श्री ज्ञान प्रकाश गांधी स्मृति ट्रस्ट के निदेशक डॉ. एल दास महापात्रा, भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार के उप निदेशक अमलेश राजू वरिष्ठ पत्रकार आदि भी मौजूद थे।

 

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