टीवी डिबेट के दौरान आपस में भिड़ें ऋषि सुनक और लिज ट्रस

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27जुलाई। ब्रिटेन के पीएम पद की रेस में अब भारतवंशी और पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक तथा विदेश मंत्री लिज ट्रस के बीच कांटे का मुकाबला है। मंगलवार को दोनों के टेलीविजन पर हुई पहली बहस में विजेता का कोई फैसला नहीं हो सका। दोनों के बीच ब्रिटेन की आर्थिक नीतियों और कर योजनाओं को लेकर बहस हुई।

सोमवार रात बीबीसी की बहस को लेकर हुए एक ओपिनियन पोल में सुनक को 39 फीसदी लोगों ने तो ट्रस को 38 प्रतिशत ने बेहतर बताया। हालांकि, कंजरवेटिव पार्टी के 47 फीसदी वोटरों ने विदेश मंत्री ट्रस के पक्ष में राय दी, जबकि 38 फीसदी ने सुनक के पक्ष में। ओपिनियन पोल में ब्रिटेन के कुल 1,032 वयस्क शामिल हुए। इसमें पाया गया कि मतदाता ऋषि सुनक और ट्रस के बीच निर्णय की स्थिति में नहीं हैं। मात्र एक फीसदी वोटर दोनों के बीच दुविधा में हैं।

जनमत संग्रह के डेटा से पता चला है कि विपक्षी लेबर पार्टी के 41 फीसदी वोटरों ने माना कि 42 वर्षीय सुनक ने बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि 30 फीसदी ने ट्रस को बेहतर बताया। पोल में शामिल लोगों में से 43 फीसदी ने कहा कि कंजर्वेटिव को सुनक का चयन करना चाहिए, जबकि 41 फीसदी ने कहा कि उन्हें 47 वर्षीय ट्रस का चुनाव करना चाहिए। सर्वे में शामिल 12 फीसदी लोगों ने किसी को नहीं चुना या वे इस कवायद में शामिल नहीं हुए।

ब्रिटेन में अगले प्रधानमंत्री के दावेदार पूर्व वित्तमंत्री व भारतवंशी ऋषि सुनक तथा विदेश मंत्री लिज ट्रस के बीच टीवी पर हुई बहस में जब चीन के साथ संबंधों का जिक्र आया तो दोनों प्रत्याशी आपस में भिड़ गए। चीन को ब्रिटेन की आर्थिक सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए सुनक ने कहा, यह समय है कि हम अपने मूल्यों के लिए खड़े हों। इस पर ट्रस ने कहा, कैसे एक महीने पहले मंत्री चीन के साथ घनिष्ठ व्यापार संबंधों पर जोर दे रहे थे।

बोरिस जॉनसन का उत्तराधिकारी बनने के लिए अंतिम दोनों ही उम्मीदवारों ने टीवी पर हुई बहस में एक-दूसरे पर कई तीखे हमले किए। दोनों ने एक-दूसरे को अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर घेरा। सुनक ने ट्रस से कहा कि उनकी कर कटौती की योजना लाखों लोगों को मार डालेगी और अगले चुनाव में कंजर्वेटिव्स को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। दूसरी ओर ट्रस ने दावा किया कि सुनक की प्लानिंग से देश में मंदी आ जाएगी। विदेश मंत्री और पूर्व वित्तमंत्री, तीन सप्ताह पूर्व तक एक ही कैबिनेट में थे। एक दूसरे से अच्छे रिश्ते थे, लेकिन पीएम पद की दौड़ में दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते दिखे।

सुनक और ट्रस के बीच एकता का एक दुर्लभ क्षण तब आया जब एक सवाल पूछा गया कि क्या रायल नेवी को यूक्रेन से अनाज निर्यात की रक्षा के लिए भेजा जाएगा? इस पर दोनों उम्मीदवारों ने इनकार कर दिया। यह पूछे जाने पर कि क्या रूस-यूक्रेन युद्ध में रॉयल नेवी तैनात की जाएगी? ट्रस ने कहा, मैं सीधे संघर्ष में ब्रिटेन को शामिल करने के लिए तैयार नहीं हूं। वहीं सुनक ने कहा, हम सुनिश्चित करेंगे कि यूक्रेन को आर्थिक समर्थन दें। मैं यहां ट्रस के साथ हूं।

टैक्स कटौती के वादे ‘परीकथा’सुनक और ट्रस दोनों ने टैक्स में कटौती का वादा किया है क्योंकि जीवन की लागत का संकट लगातार बढ़ रहा है। हालांकि, सुनक ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के तत्काल कर कटौती के वादों को ‘परीकथा’ कहते हुए खारिज कर दिया। उनका तर्क था कि पहले मुद्रास्फीति काबू में लाना चाहिए। दूसरी ओर, ट्रस ने पहले दिन से करों में कटौती शुरू करने का वादा किया है।

पांच सितंबर को होगी विजेता की घोषणा
कंजर्वेटिव पार्टी को बोरिस जॉनसन की जगह नया पीएम चुनना है। पार्टी इसके लिए अभियान जारी रखेगी। सुनक व ट्रस के बीच कांटे का मुकाबला है। विजेता का चुनाव करीब 1,80,000 टोरी सदस्यों द्वारा किया जाएगा। अब अगले महीने की शुरुआत से डाक मतपत्र डालने का सिलसिला शुरू होगा। मतदान दो सितंबर की शाम को बंद हो जाएगा और विजेता की घोषणा 5 सितंबर को की जाएगी।

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