समग्र समाचार सेवा
प्रयागराज,14 सितम्बर। देश के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियों के जलस्तर में तेज़ी से वृद्धि हो रही है। नदियां चार से पांच सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से बढ़ रही हैं, जिससे गंगा का पानी एक बार फिर लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर तक पहुंच गया है। यह इस साल दूसरी बार है जब गंगा का पानी मंदिर में दाखिल हुआ है।
जैसे ही गंगा का पानी मंदिर में प्रवेश किया, वहां धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार पूजा-अर्चना की गई। शंख और घंटों की आवाज़ों के बीच गंगा मैया का स्वागत किया गया। हालांकि अभी मंदिर के कपाट बंद नहीं किए गए हैं और नदियों का पानी अभी रिहायशी इलाकों से दूर है।
जानकारों का कहना है कि अगले दो दिनों तक जलस्तर बढ़ने का सिलसिला जारी रह सकता है, लेकिन इसके बाद नदियों का स्तर सामान्य हो जाएगा। फिलहाल, गंगा और यमुना दोनों ही नदियां खतरे के निशान से लगभग पांच मीटर नीचे बह रही हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को राहत है।
गंगा का मंदिर में प्रवेश शुभ माना जाता है
हनुमान मंदिर में गंगा के प्रवेश को बेहद शुभ माना जाता है। स्थानीय भक्तों के अनुसार, यह घटना आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है और इसे भगवान बजरंगबली की विशेष कृपा का संकेत माना जाता है। इस साल दूसरी बार ऐसा हुआ है जब गंगा का पानी मंदिर तक पहुंचा है।
प्रयागराज में चार महीने बाद महाकुंभ का आयोजन होने वाला है, और नदियों के जलस्तर में वृद्धि से महाकुंभ की तैयारियों पर असर पड़ सकता है। हालांकि, इस बार नदियों में आई बाढ़ ने कोई बड़ी तबाही नहीं मचाई है, जो कि राहत की बात है। पिछली बार भी जलस्तर बढ़ने के कुछ दिनों बाद पानी कम होना शुरू हो गया था, और उम्मीद है कि इस बार भी ऐसा ही होगा।
Comments are closed.