RJD ने भाई वीरेंद्र को मनेर से टिकट दिया, चुनावी घमासान तेज

समग्र समाचार सेवा

पटना, 14 अक्टूबर: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने उम्मीदवारों की सूची में एक चौंकाने वाला नाम शामिल किया है। पार्टी ने भाई वीरेंद्र को मनेर सीट से टिकट दिया है, जो हाल ही में एक सरकारी सचिव को फोन पर धमकी देने के मामले में विवादों में रहे हैं।

भाई वीरेंद्र ने अपने समर्थकों को 15 अक्टूबर को सुबह 11 बजे छितनवाँ पूल पर उनके नामांकन में शामिल होने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, “बिहार अपने बदलाव की ओर बढ़ चला है और हम सब इस बदलाव के वाहक बनेंगे।”

यह फैसला ऐसे समय में आया है जब RJD ‘बिहार मांगे रोजगार’ जैसे मुद्दों पर जोर-शोर से चुनावी प्रचार कर रही है। भाई वीरेंद्र को टिकट दिए जाने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी अपनी साफ-सुथरी छवि और सुशासन के दावों को कैसे संतुलित करती है।

विवादों से घिरे रहे भाई वीरेंद्र

भाई वीरेंद्र पहले भी कई बार विवादों में रह चुके हैं। हाल ही में उन पर एक सरकारी सचिव को फोन पर धमकी देने का आरोप लगा था, जिसकी ऑडियो क्लिप भी सार्वजनिक हुई। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में सवाल खड़ा किया कि क्या ऐसे व्यक्ति को चुनाव में उतारा जाना चाहिए। RJD ने अतीत में ऐसे उम्मीदवारों को भी टिकट दिया है जिन पर गंभीर आरोप लगे हैं, जिससे पार्टी अक्सर ‘दागी’ उम्मीदवारों को संरक्षण देने के आरोपों का सामना करती रही है।

मनेर सीट पर हाई वोल्टेज ड्रामा

भाई वीरेंद्र अपनी पारंपरिक मनेर सीट से चुनाव लड़ेंगे, जहाँ वह चार बार विधायक रह चुके हैं। उनके नामांकन ने इस क्षेत्र में सियासी घमासान तेज कर दिया है और सोशल मीडिया पर भी इसकी खूब चर्चा हो रही है। उनके विवादित अतीत और टिकट मिलने के फैसले ने मनेर सीट को मीडिया और राजनीतिक विश्लेषकों के लिए सुर्खियों का केंद्र बना दिया है।

विशेषज्ञों का कहना है कि RJD का यह निर्णय तेजस्वी यादव के युवा और स्वच्छ नेतृत्व के दावों पर भी सवाल खड़ा कर सकता है, क्योंकि पार्टी रोजगार और विकास जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है। विपक्षी दल इस मामले को चुनावी हमला बनाने का अवसर देख सकते हैं, जिससे महागठबंधन के लिए चुनौती बढ़ सकती है।

भाई वीरेंद्र का RJD में कद और अंदरूनी राजनीति

भाई वीरेंद्र का RJD में कद मजबूत माना जाता है। वह लंबे समय से लालू यादव, तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी के बेहद करीबी माने जाते हैं। हालांकि, परिवार के भीतर उनके रिश्ते सभी से मधुर नहीं हैं। लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने सार्वजनिक रूप से भाई वीरेंद्र पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। यह आंतरिक टकराव RJD की अंदरूनी राजनीति और पार्टी समीकरणों को जटिल बनाता है, बावजूद इसके कि भाई वीरेंद्र के पास मजबूत चुनावी आधार है।

इस प्रकार, मनेर सीट पर चुनाव केवल स्थानीय राजनीतिक लड़ाई नहीं बल्कि RJD के अंदरूनी समीकरण और विपक्षी दलों के रणनीतिक हमलों का भी प्रतीक बन गई है।

 

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