आरएलजेपी ने छोड़ा एनडीए का साथ, पारस का बीजेपी-जेडीयू पर हमला, महागठबंधन से हाथ मिलाने के संकेत

पटना,15 अप्रैल | बिहार की राजनीति में एक बड़ा मोड़ लेते हुए राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने सोमवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) से नाता तोड़ने का औपचारिक एलान किया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल (यूनाइटेड) [जेडीयू] पर उपेक्षा और सम्मान की कमी का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी को लंबे समय से अनदेखा किया जा रहा था।

2014 से एनडीए का हिस्सा रही आरएलजेपी के इस फैसले को आगामी बिहार विधानसभा चुनावों से पहले एक बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है। पारस ने कहा,

“हमारी निष्ठा के बावजूद हमें बार-बार अपमानित किया गया। एक दलित केंद्रित पार्टी होने के बावजूद, हमें गठबंधन में वह मान्यता नहीं मिली जिसकी हम हकदार थे।”

उन्होंने खासतौर पर बीजेपी और जेडीयू के नेताओं की आलोचना की, जो एनडीए की बैठकों में खुद को ‘पांच पांडव’ कहकर संबोधित करते थे, लेकिन आरएलजेपी का कभी उल्लेख नहीं करते थे।

“हर बैठक में ‘पांच पांडवों’ की बात होती थी, पर हमारी पार्टी को कभी उस गिनती में नहीं लिया गया। यह हमारे लिए अपमानजनक था,” पारस ने कहा।

आरएलजेपी ने प्रदेश भर में सदस्यता अभियान शुरू करते हुए आगामी चुनाव में 243 सीटों पर अकेले लड़ने की घोषणा की है। भले ही चुनाव आयोग ने अभी आधिकारिक तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2025 में संभावित हैं।

हालांकि पारस ने यह भी संकेत दिया कि अगर उन्हें “उचित सम्मान” मिला तो वे महागठबंधन के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं।

“हम फिलहाल अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन अगर सही समय पर हमें सम्मान मिला, तो हम महागठबंधन से बातचीत को तैयार हैं।”

महागठबंधन में फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस, और वामपंथी दल शामिल हैं।

आरएलजेपी के एनडीए से बाहर होने से बिहार में सियासी समीकरणों में बड़ा बदलाव आने की संभावना है। जहां एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन चुनावी तैयारी में जुटा है, वहीं आरएलजेपी का अलग राह पकड़ना महागठबंधन को मजबूती दे सकता है।

राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, पारस के इस कदम से ना सिर्फ एनडीए को नुकसान हो सकता है, बल्कि दलित वोट बैंक को लेकर नए समीकरण भी बन सकते हैं।

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