समग्र समाचार सेवा
वॉशिंगटन, 15 जुलाई: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में अब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर बड़ा बयान देकर दुनिया का ध्यान खींच लिया है। ट्रंप ने रूस को साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर आने वाले 50 दिन में कोई शांति समझौता नहीं हुआ तो वह रूस पर कड़े शुल्क लगाने से पीछे नहीं हटेंगे।
ओवल ऑफिस में ट्रंप का बड़ा ऐलान
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह बयान नाटो महासचिव मार्क रूट के साथ ओवल ऑफिस में बैठक के दौरान दिया। उन्होंने कहा कि व्यापारिक दबाव युद्धों को रोकने का सबसे मजबूत तरीका है और अगर रूस-यूक्रेन के बीच 50 दिन में कोई हल नहीं निकला तो वह कड़े शुल्क लगाएंगे। हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया कि यह शुल्क किस तरह और कब से लागू होगा।
जेलेंस्की को बताया था तानाशाह
ट्रंप पहले भी रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ अपने अच्छे रिश्तों को लेकर चर्चा में रहे हैं। उनका कहना रहा है कि रूस यूक्रेन से ज्यादा शांति समझौते के लिए तैयार है। हालांकि इसी दौरान उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पर भी हमला बोला था और उन्हें युद्ध को लंबा खींचने वाला ‘तानाशाह’ कहा था। लेकिन अब रूस के आवासीय इलाकों पर हमलों के बाद ट्रंप ने रूस के खिलाफ भी सख्त रुख दिखाया है।
जेलेंस्की से मिले ट्रंप के विशेष दूत
इसी बीच ट्रंप के विशेष दूत, सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल कीथ केलॉग ने कीव जाकर राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की। इस मुलाकात में यूक्रेन की वायु सुरक्षा को मजबूत बनाने, संयुक्त हथियार उत्पादन और यूरोपीय सहयोग से हथियार खरीदने पर चर्चा हुई। जेलेंस्की ने बातचीत में रूस पर कड़े अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की संभावना पर भी जोर दिया।
रूस नहीं रुकेगा, अमेरिका से उम्मीद: जेलेंस्की
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस तब तक नहीं रुकेगा जब तक उसकी विस्तारवादी नीतियों को रोका नहीं जाता। उन्होंने अमेरिका से उम्मीद जताई कि वह यूक्रेन के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा। रूस की ओर से कीव समेत कई शहरों पर ड्रोन, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों से लगातार हमले किए जा रहे हैं, जिससे यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली पर भारी दबाव है।
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