समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 2सितंबर। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान लोगों से इंडिया की जगह भारत नाम इस्तेमाल करने की अपील की. उन्होंने कहा, इस देश का नाम सदियों से भारत है, इंडिया नहीं. इसलिए हमें इसका पुराना नाम ही इस्तेमाल करना चाहिए.’
सर संघ प्रमुख सकल जैन समाज के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘हमारे देश का नाम सदियों से भारत ही है. भाषा कोई भी हो, नाम एक ही रहता है.’ भागवत ने कहा, ‘हमारा देश भारत है और हमें सभी व्यवहारिक क्षेत्रों में इंडिया शब्द का इस्तेमाल बंद करके भारत शब्द का इस्तेमाल शुरू करना होगा, तभी बदलाव आएगा. हमें अपने देश को भारत कहना होगा और दूसरों को भी यही समझाना होगा.’
इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को कहा था कि भारत एक ‘हिंदू राष्ट्र’ है और सभी भारतीय हिंदू हैं और सभी भारतीय हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने लोगों की अपेक्षाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि संघ को इस सबके बारे में सोचना चाहिए.
एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘हिंदुस्तान एक हिंदू राष्ट्र है और यह एक सच्चाई है. वैचारिक रूप से, सभी भारतीय हिंदू हैं और हिंदू का मतलब सभी भारतीय हैं. वे सभी जो आज भारत में हैं, वे हिंदू संस्कृति, हिंदू पूर्वजों और हिंदू भूमि से संबंधित हैं, इसके अलावा अलावा और कुछ भी नहीं.
भागवत ने कहा, ‘कुछ लोग इसे समझ गए हैं, जबकि कुछ अपनी आदतों और स्वार्थ के कारण समझने के बाद भी इस पर अमल नहीं कर रहे हैं. इसके अलावा, कुछ लोग या तो इसे अभी तक समझ नहीं पाए हैं या भूल गए हैं.’ भागवत ने कहा कि ‘हमारी विचारधारा’ की दुनियाभर में बहुत मांग है. उन्होंने कहा कि वास्तव में इस विचारधारा का कोई विकल्प नहीं है.
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