स्कूल निर्माण घोटाले में ACB के सामने पेश हुए आप नेता सत्येंद्र जैन, कहा – “मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं, भाजपा खेल रही है दोषारोपण का खेल”
समग्र समाचार सेवा,
नई दिल्ली, 6 जून: आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) कार्यालय में पेश हुए। यह पेशी दिल्ली सरकार के स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों से जुड़ी जांच के सिलसिले में हुई है।
ACB ने सत्येंद्र जैन को एक 2000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में पूछताछ के लिए समन भेजा था। यह घोटाला दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अर्ध-स्थायी कक्षाओं के निर्माण में लागत बढ़ोतरी और ठेके देने में अनियमितता से जुड़ा बताया गया है।
सत्येंद्र जैन का भाजपा पर तीखा हमला
ACB कार्यालय पहुंचने से पहले सत्येंद्र जैन ने मीडिया से बातचीत में भाजपा सरकार पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा,
“जब से दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी है, उन्होंने पिछले 3-4 महीनों में कुछ भी नहीं किया है। स्कूल फीस बढ़ा दी गई है, और अब उन्हें दिल्ली के स्कूलों में सुधार लाने वाले मनीष सिसोदिया और मुझे निशाना बनाना है। ये सब सिर्फ जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश है।”
उन्होंने आगे कहा कि ACB के पास उनके खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं है, लेकिन इसके बावजूद भाजपा “दोषारोपण का खेल” खेल रही है।
ACB का दावा: बाजार दर से अधिक लागत, नियमों का उल्लंघन
भ्रष्टाचार निरोधक शाखा की पुलिस उपायुक्त श्वेता सिंह चौहान ने बयान जारी करते हुए कहा कि जांच में पाया गया है कि प्रति यूनिट कक्षा निर्माण की लागत 24 लाख रुपये आंकी गई थी, जो उस समय की बाजार दर से काफी अधिक थी।
चौहान ने बताया:
“हमें शिकायत मिली है कि अर्ध-स्थायी संरचनाओं के निर्माण में खरीद नियमों का उल्लंघन हुआ है। 34 ठेकेदारों की पहचान की गई है जिनका संबंध आम आदमी पार्टी से है। जांच के दौरान इन ठेकेदारों को अनुचित लाभ मिलने के सबूत मिले हैं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह 2000 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला हो सकता है और इसकी तह तक पहुंचने के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व PWD मंत्री सत्येंद्र जैन से पूछताछ जरूरी है।
राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप
सत्येंद्र जैन ने इस पूरे मामले को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया। उन्होंने कहा,
“भाजपा सिर्फ बदले की भावना से काम कर रही है। दिल्ली की सफाई, इंफ्रास्ट्रक्चर और जनता की समस्याओं की बजाय उनका ध्यान सिर्फ AAP नेताओं को फंसाने में है।”
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को जनता की सेवा और समस्याओं के समाधान पर ध्यान देना चाहिए, न कि झूठे मामलों के जरिए विपक्ष को दबाने की कोशिश करनी चाहिए।
मनीष सिसोदिया का भी नाम शामिल
इस घोटाले की जांच में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का नाम भी सामने आया है। ACB के मुताबिक, शिक्षा और PWD विभागों के बीच समन्वय के दौरान अनियमित तरीके से ठेके दिए गए और फंड का अनुचित इस्तेमाल किया गया।
हालांकि आम आदमी पार्टी इन आरोपों को शुरू से ही राजनीतिक साजिश बताती आ रही है।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों के निर्माण कार्यों में कथित भ्रष्टाचार को लेकर शुरू हुई ACB की जांच अब राजनीतिक रंग लेती जा रही है। सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया जैसे शीर्ष नेताओं की जांच में पेशी और आरोपों के बीच, आम आदमी पार्टी जहां इसे जनता से जुड़ी उपलब्धियों पर हमला बता रही है, वहीं भाजपा सरकार इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई कह रही है।
आगामी चुनावों और दिल्ली की राजनीतिक दिशा को देखते हुए यह मामला अब सिर्फ कानूनी जांच नहीं, बल्कि चुनावी मुद्दा भी बनता जा रहा है।
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