नवरात्रि के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी ने मां ब्रह्मचारिणी की पूजा कर मांगा आशीर्वाद

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23 सितंबर: नवरात्रि के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की आराधना की और देशवासियों के लिए साहस एवं संयम का आशीर्वाद मांगा।

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच X पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा:
“नवरात्रि में आज मां ब्रह्मचारिणी के चरणों में कोटि-कोटि वंदन! देवी माता अपने सभी साधकों को साहस और संयम का आशीर्वाद प्रदान करें।”

मां ब्रह्मचारिणी की महिमा

नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। पुराणों के अनुसार, मां ब्रह्मचारिणी तप और साधना की प्रतीक मानी जाती हैं। उनके हाथ में जपमाला और कमंडल होता है, जो संयम और ज्ञान का संदेश देते हैं। भक्तों का मानना है कि मां की उपासना से साधकों में धैर्य और आत्मबल की वृद्धि होती है।

प्रधानमंत्री का संदेश और श्रद्धा

प्रधानमंत्री मोदी अक्सर धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़े अवसरों पर अपने विचार साझा करते रहे हैं। नवरात्रि के दौरान उनकी श्रद्धा और भावनाएं जनता से सीधे जुड़ाव का माध्यम बनती हैं। इस बार भी उनका संदेश व्यापक रूप से साझा किया गया और लाखों लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे आगे बढ़ाया।

उनके इस पोस्ट को लेकर भक्तों ने आभार जताया और देशभर से प्रतिक्रियाएं आईं। कई लोगों ने इसे “प्रधानमंत्री का आध्यात्मिक संदेश” कहा, जबकि कुछ ने लिखा कि “नेतृत्व और साधना का यह संगम राष्ट्र को नई ऊर्जा देता है।”

नवरात्रि और राष्ट्रीय भावनाएं

भारत जैसे विविधताओं से भरे देश में नवरात्रि केवल धार्मिक पर्व ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक भी है। मां दुर्गा की आराधना शक्ति, धैर्य और नैतिकता का संदेश देती है। प्रधानमंत्री द्वारा नवरात्रि के हर दिन देवी के अलग-अलग स्वरूप की पूजा करने की परंपरा इस बात को दर्शाती है कि यह पर्व भारतीय जीवनशैली और सोच से गहराई से जुड़ा हुआ है।

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मां ब्रह्मचारिणी की पूजा और उनका संदेश नवरात्रि के आध्यात्मिक महत्व को और प्रखर बनाता है। यह अवसर न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि राष्ट्र के लिए साहस, संयम और सकारात्मक ऊर्जा का भी संदेश देता है।

 

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