समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 7सिंतबर। जी-20 सम्मेलन के लिए दिल्ली पूरी तरह तैयार है. प्रगति मैदान में नवनिर्मित ‘भारत मंडपम’ में 9-10 सितंबर को सम्मेलन का आयोजन होना है. इसके लिए खास तैयारियां की गई हैं. दुनिया के कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष कार्यक्रम में शिरकत करने वाले हैं. पुलिस ने नई दिल्ली इलाके में क्लाउड किचन समेत कई तरह की सेवाओं पर पाबंदी लगा दी है. समिट के दौरान स्कूल-कॉलेजों के साथ-साथ सरकारी दफ्तरों को भी बंद रखा गया है. दिल्ली पुलिस ने इंडिया गेट और कर्तव्य पथ इलाके में पैदल चलने और साइकिलिंग पर भी पाबंदी लगा दी है. राजधानी में जी-20 सम्मेलन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को बेहद चाक-चौबंद रखने की तैयारी की गई है.
सम्मेलन के दौरान जमीन पर चप्पे-चप्पे की सुरक्षा होगी, वहीं, आसमान पर निगहबानी भी बेहद चुस्त होगी. आसमान से किसी भी तरह के खतरे से निपटने और दिल्ली के हवाई क्षेत्र को अभेद्य बनाने के लिए भारतीय वायुसेना ने एक ऑपरेशंस डायरेक्शन सेंटर (ODC) की बनाया है. यह सेंटर इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर संयुक्त नियंत्रण और विश्लेषण केंद्र (जेसीएसी) और अन्य एजंसियों के साथ संपर्क में रहेगा.
आसमान में लड़ाकू विमानों की पहरेदारी
रिपोर्ट के मुताबिक किसी भी खतरे के निर्धारण के बाद यह ODC तय करेगा कि उससे मुकाबला करने के लिए सबसे अच्छा तरीका या हथियार प्रणाली कौन सी होगी. इसके साथ ही भारतीय वायसेना ने नभ में किसी भी खतरे की नाकेबंदी से लेकर उसे नष्ट करने का फुलप्रूफ प्लान भी तैयार किया है. जी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस प्लान में राजधानी दिल्ली के आसमान में सुरक्षा का अलर्ट वैसा ही होगा जैसा गणतंत्र दिवस परेड के वक्त होता है. इसके लिए आसमान में लड़ाकू विमान की पहरेदारी के साथ-साथ मिसाइल डिफेंस सिस्टम की छतरी भी सुनिश्चित होगी.
कई एयरबेस अलर्ट पर रहेंगे
राजधानी दिल्ली और उसके आसपास हिंडन, बरेली, जोधपुर, आदमपुर, अंबाला भटिंडा जैसे अहम एयरबेस ऑपरेशनल रेडनेस के साथ अलर्ट मोड पर रखे जाएंगे. साथ ही जमीन से आसमान में मार करने वाली MRSAM और आकाश मिसाइल प्रणाली को भी रणनीतिक ठिकानों पर एक्टिव रखा जाएगा. इसके साथ-साथ कई अहम ठिकानों पर एयर डिफेंस प्रणाली की भी तैनाती होगी.
शार्प शूटर्स की होगी तैनाती
जी20 सम्मेलन की सुरक्षा के तहत कई सुरक्षा एजेंसियां और 19 शार्प शूटर, महिला कमांडो की तैनाती के अलावा विशेष पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी आयोजन स्थल के कमांडर के रूप में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे. अधिकारियों ने बताया कि 50,000 से अधिक कर्मियों, के 9 श्वान दस्तों और घुड़सवार पुलिस की सहायता से दिल्ली पुलिस शिखर सम्मेलन के दौरान कड़ी निगरानी रखेगी. व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए दिल्ली पुलिस को भारतीय वायु सेना, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) जैसी विशेष केंद्रीय एजेंसियों की सहायता भी मिलेगी.
विरोध-प्रदर्शन से निपटने की भी तैयारी
मध्य प्रदेश के करेरा में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के प्रशिक्षण केंद्र में चार सप्ताह का विशेष प्रशिक्षण सत्र पूरा करने वाली कुल 19 निशानेबाज महिला कमांडों को भी शिखर सम्मेलन के दौरान तैनात किया जाएगा. पुलिस ने पिछले जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान अन्य देशों में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय समूहों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शनों का व्यापक मूल्यांकन भी किया है. ऐसे किसी भी विरोध-प्रदर्शन से निपटने के लिए भी दिल्ली पुलिस पूरी तरह तैयार है.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
भारत जी-20 के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में इस प्रभावशाली समूह के शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. सम्मेलन में 30 से अधिक राष्ट्राध्यक्षों, यूरोपीय संघ और आमंत्रित अतिथि देशों के शीर्ष अधिकारियों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के हिस्सा लेने की संभावना है. पुलिस ने कहा कि जहां तक आयोजन स्थल की सुरक्षा व्यवस्था का सवाल है, विशेष पुलिस आयुक्त रैंक के अधिकारी कमांडर के रूप में जबकि पुलिस उपायुक्त रैंक के अधिकारी जोनल कमांडर के रूप में तैनात रहेंगे. अधिकारियों ने बताया कि ऐसी व्यवस्था की गई है कि शिखर सम्मेलन के दौरान किसी तरह की घुसपैठ, आतंकवादी घटना या गड़बड़ी न हो.
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