समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 मार्च।
मुंबई के अंटीलिया प्रकरण की जांच के दौरान मुंबई के पुलिस आयुक्त पद से हटाए गए परमबीर सिंह के एक लेटर ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दिया है। बता दें कि उन्होंने सीएम को एक पत्र लिखा था जिसमें 100 करोड़ रुपये की वसूली की बात कही थी।
परमबीर लेटर बम के मामले में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आज प्रेस कांफ्रेस में कहा कि अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि परमबीर के लेटर के दो हिस्से हैं। पत्र में 100 करोड़ रुपये की वसूली की बात की गई है। पवार ने कहा कि चिट्ठी में परमबीर सिंह के हस्ताक्षर नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि लेटर में नहीं लिखा गया कि ये पैसा किसके पास गया।
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने परमबीर के आरोपों को गंभीर बताते हुए कहा कि इनकी गहन जांच की जरूरत है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस मामले में निर्णय करेंगे और देशमुख के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे। पवार ने कहा कि न तो मुख्यमंत्री और न ही राज्य के गृह मंत्री पिछले वर्ष पुलिस बल में सचिन वाझे को फिर से बहाल करने के लिए जिम्मेदार हैं। एनसीपी प्रमुख ने कहा कि सिंह के पत्र के बारे में उन्होंने ठाकरे से बात की है। ”मैं उद्धव ठाकरे को सुझाव दूंगा कि परमबीर सिंह के दावों पर गौर करने के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी जुलियो रिबेरो का सहयोग लें।” पवार ने कहा कि 17 मार्च को होम गार्ड्स में तबादला होने के बाद सिंह ने ये आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि मैं उद्धव ठाकरे को सुझाव दूंगा कि परमबीर सिंह के दावों पर गौर करने के लिए वे पूर्व आईपीएस अधिकारी जुलियो रिबेरो का सहयोग लें।
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