वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. आदिश सी. अग्रवाल ने इन-हाउस कमेटी की नियुक्ति और रिपोर्ट सार्वजनिक करने के फैसले का किया स्वागत

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 मार्च।
वरिष्ठ अधिवक्ता एवं ऑल इंडिया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. आदिश सी. अग्रवाल ने इन-हाउस कमेटी की नियुक्ति और दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के फैसले का स्वागत किया है।

उन्होंने इसे न्यायपालिका की पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। साथ ही, उन्होंने न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के बयान की सराहना करते हुए कहा कि इससे न्यायपालिका की निष्पक्षता और स्वायत्तता को और अधिक मजबूती मिलेगी

डॉ. आदिश सी. अग्रवाल ने कहा कि इन-हाउस कमेटी की नियुक्ति से न्यायिक प्रणाली में जवाबदेही बढ़ेगी और जनता का विश्वास और अधिक मजबूत होगा। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाना लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप है, जिससे न्यायपालिका की प्रक्रियाएं अधिक पारदर्शी होंगी।

उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे निर्णय न्यायपालिका की निष्पक्षता को मजबूत करने के साथ-साथ कानून के शासन को और अधिक प्रभावी बनाएंगे

डॉ. अग्रवाल ने न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के हालिया बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों द्वारा न्यायिक सिद्धांतों और नैतिकता के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर करना पूरे न्यायिक समुदाय और आम जनता के लिए सकारात्मक संकेत है।

डॉ. आदिश अग्रवाल ने इस अवसर पर न्यायपालिका की स्वतंत्रता और निष्पक्षता की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका की भूमिका केवल न्याय देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे समाज में न्याय के प्रति विश्वास बनाए रखना भी आवश्यक है

उन्होंने आगे कहा कि न्यायिक प्रक्रियाओं की पारदर्शिता से नागरिकों का भरोसा बढ़ता है और कानून का शासन और अधिक सशक्त होता है

वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि इन-हाउस कमेटी की नियुक्ति और रिपोर्ट को सार्वजनिक करने का निर्णय ऐतिहासिक है, जिससे न्यायपालिका की विश्वसनीयता और अधिक मजबूत होगी

उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी न्यायपालिका इसी तरह पारदर्शिता और जवाबदेही को प्राथमिकता देगी, जिससे संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा को और अधिक मजबूती मिलेगी

डॉ. आदिश सी. अग्रवाल का यह बयान न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता और न्यायपालिका में जनता के विश्वास को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है। उनके अनुसार, ऐसे निर्णय न्याय व्यवस्था की निष्पक्षता को प्रमाणित करते हैं और लोकतंत्र को और अधिक सशक्त बनाने में सहायक होते हैं

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि न्यायपालिका भविष्य में इस पारदर्शिता को बनाए रखते हुए और कौन-कौन से सुधारात्मक कदम उठाती है

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