समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 6 मार्च। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सातवें चरण का मतदान सोमवार को प्रात: सात बजे से होगा। नौ जिलों के 54 विधानसभा क्षेत्र में से 28 क्षेत्र संवेदनशील हैं। इसको लेकर निर्वाचन आयोग बेहद सजग तथा सतर्क है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के अंतिम और सातवें चरण के मतदान को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सातवें चरण में चंदौली के चकिया तथा सोनभद्र के राबर्ट्सगंज एवं दुद्धी (अजजा) विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रात: 7.00 बजे से शुरू होकर सायं 4.00 बजे तक चलेगा। शेष 51 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रात: 7.00 बजे से सायं 6.00 बजे तक चलेगा।
2.06 करोड़ मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे
सातवें चरण के मतदान में 2.06 करोड़ मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 1.09 करोड़ पुरूष, 97.08 लाख महिला तथा 1027 तृतीय लिंग के मतदाता हैं। सातवें चरण के 54 विधान सभा क्षेत्रों में होने वाले चुनाव में 613 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 75 महिला प्रत्याशी हैं। उत्तर प्रदेश के यूपी के एडीजी कानून और व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि नौ जिलों के 54 विधानसभा क्षेत्र में 28 संवेदनशील हैं। हर जगह सुरक्षा चाक चौबंद रहेगी।
ये सीट संवेदनशील, सुरक्षा के कड़े बंदोबश्त
54 विधानसभाओं में से पिंडरा, रोहनिया, सेवापुरी, चकिया, शाहगंज, मल्हनी, मडिय़ाहूं, केराकत, मछली शहर, बदलापुर, मुंगरा बादशाहपुर, जौनपुर सदर, जफराबाद, मोहम्मदाबाद, जमनिया, सैदपुर, जहूराबाद, सैयदराजा, आजमगढ़, फूलपुर पवई, दीदारगंज, मऊ सदर, ज्ञानपुर, अजगरा, शिवपुर, वाराणसी उत्तरी, वाराणसी दक्षिणी और वाराणसी कैंट विधानसभा संवेदनशील हैं। इनमें से 3359 मतदेय स्थल भी क्रिटिकल हैं। सातवें चरण के मतदान वाले नौ जिलों की सीमाएं मतदान के दौरान सील रहेंगी। सातवें चरण में मतदान केन्द्रों की सुरक्षा में 845 कंपनी पैरामिलिट्री तैनात की गयी है। इसके अलावा सातवें चरण में उत्तर प्रदेश पुलिस के 6662 इंस्पेक्टर/सब इंस्पेक्टर, 53424 कांस्टेबल/हेडकांस्टेबल तैनात रहेंगे। इसमें 18 कंपनी पीएसी, 42747 होमगार्ड और 1550 पीआरडी जवान को भी चुनाव ड्यूटी में लगाया गया है।
सातवें चरण में कुल 12210 पोलिंग सेंटर में 23614 पोलिंग बूथ
सातवें चरण में कुल 12210 पोलिंग सेंटर में 23614 पोलिंग बूथ हैं। मतदान के दौरान पर्यवेक्षण के लिए सभी नौ जिलों में 50 प्रतिशत मतदेय स्थलों पर लाइव वेबकास्टिंग की व्यवस्था है। जिसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं भारत निर्वाचन आयोग तीनों स्तर पर किया जाता है। सातवें चरण में कुल 548 आदर्श मतदान केन्द्र तथा 81 समस्त महिलाकर्मी मतदेय स्थल (पिंक बूथ) बने हैं। सातवें चरण में महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है। इन बूथों पर 12 महिला इंस्पेक्टर/सब इंस्पेक्टर और 216 महिला कांस्टेबल/हेड कांस्टेबल की तैनाती की गई है।
रिजर्व ईवीएम एवं वीवीपैट की व्यवस्था की गई
चुनाव में सभी 23614 मतदेय स्थलों के मतदान के लिए आवश्यक ईवीएम एवं वीवीपैट तथा अलग-अलग जनपदों में पर्याप्त मात्रा में रिजर्व ईवीएम एवं वीवीपैट की व्यवस्था की गई है एवं सभी जनपदों में तकनीकी रूप से प्रशिक्षित कर्मियों की व्यवस्था की गई है, जिससे कि ईवीएम अथवा वीवीपैट में किसी समस्या के स्थिति में तत्काल उसका निराकरण कराया जा सके।
मतदाता पहचान पत्र के अलावा यह परिचय पत्र की मान्य
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में मतदाता पहचान पत्र के अतिरिक्त 12 अन्य पहचान पत्र (आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, बैंक/डाकघरों के फोटोयुक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय की योजना के अन्तर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआई से जारी स्मार्ट कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, केन्द्र/राज्य सरकार/लोक उपक्रम/पब्लिक लिमिटेड कम्पनियों के अपने कर्मचारियों को जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान-पत्र और सांसद/विधायक/विधान परिषद् सदस्य को जारी सरकारी पहचान पत्र, यूनिक डिसएबिलिटी आईडी (यूडीआईडी) कार्ड, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार) भी मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की पहचान करने के लिए मान्य होंगे।
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