समग्र समाचार सेवा
भुवनेश्वर, 1 मार्च। विधानसभा की ओर मार्च के दौरान बल के साथ संघर्ष के दौरान कई ओडिशा पुलिस अधिकारी और भाजपा समर्थक घायल हो गए, और पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
भाजपा युवा मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री नबा किशोर दास की हत्या और बिगड़ती कानून व्यवस्था की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका तो विधानसभा भवन के सामने महात्मा गांधी मार्ग युद्ध का मैदान बन गया। कई लोगों को बेरिकेड्स लांघते देखा गया है।
पुलिस के अनुसार, आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पानी की बोतलें, अंडे और पत्थर फेंके, जिन्होंने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए डंडों का इस्तेमाल किया। झड़प में कई सुरक्षाकर्मी और राजनीतिक कार्यकर्ता घायल हो गए।
भुवनेश्वर के डीसीपी प्रतीक सिंह के मुताबिक, झड़प में एसीपी अमिताव महापात्रा समेत करीब 10 पुलिस अधिकारी घायल हो गए।
डीसीपी ने कहा कि झड़प में कम से कम पांच पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी सुनील बंसल ने घायल पुलिस अधिकारियों से मिलने के लिए कैपिटल अस्पताल का दौरा किया।
इस घटना को लेकर भाजपा विधायकों ने विधानसभा में हंगामा किया, विपक्ष के नेता जयनारायण मिश्रा ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित पुलिस ज्यादती पर कुर्सी से फैसला सुनाने की मांग की।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष समीर मोहंती, भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष इरिश आचार्य, पार्टी के विधायक और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मंत्री की हत्या की सीबीआई जांच की मांग करते हुए मार्च में भाग लिया।
पिछले महीने, स्वास्थ्य मंत्री को एक पुलिस अधिकारी ने बुरी तरह से गोली मार दी थी जिसे गिरफ्तार कर लिया गया था और बर्खास्त कर दिया गया था।
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