समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28 मार्च। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) 2023 मनाने के सम्बंध में नई दिल्ली में आयोजित अंतर-मंत्रालयी बैठक में चर्चा की गई। अनेक केंद्रीय मंत्री बैठक में सम्मिलित हुये और लोगों तक पहुंच बढ़ाने तथा संसाधनों में योगदान करने के बारे में सुझाव दिये। मंत्रियों ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिये मिशन स्तर पर मिलकर काम किया जाये।
बैठक में आयुष तथा पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानन्द सोनोवाल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम बन चुका है और आयुष मंत्रालय हर वर्ष अन्य केंद्रीय मंत्रालयों तथा योग हितधारक संस्थानों, संगठनों के सहयोग से जन संलग्नता तथा जन भागीदारी में विस्तार देने के इरादे से विश्वस्तर पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन करता रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि विभिन्न मंत्रालयों और हितधारक संगठनों के सक्रिय समर्थन से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 निश्चित ही भारत और पूरे विश्व के कोने-कोने तक पहुंचेगा।
ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह, श्रम और रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव, पर्यटन, संस्कृति उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी, विधि और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री विरेन्द्र कुमार, पृथ्वी विज्ञान, विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह, आयुष और महिला व बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मुंजपरा महेन्द्रभाई, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री डॉ. भारती पंवार, सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा, वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड़ तथा आयुष व अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में सम्मिलित हुये।
आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा और आयुष मंत्रालय की संयुक्त सचिव कविता गर्ग ने मंत्रियों को अब तक हुई तैयारियों से अवगत कराया तथा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के ध्येय, पहलों और विभिन्न योग दिवसों की उपलब्धियों की जानकारी दी। आयुष मंत्रालय के प्रस्तुतिकरण में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की गतिविधियों पर सुझावों को भी शामिल किया गया था। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की सचिव लीना नंदन, खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी, युवा कार्य सचिव मीता राजीव लोचन, ग्रामीण विकास सचिव शैलेश कुमार सिंह, श्रम व रोजगार सचिव आरती आहुजा, वस्त्र सचिव रचना शाह सहित विभिन्न मंत्रालयों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
आयुष मंत्रालय वर्ष 2015 से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवसों का सफल आयोजन करता रहा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि विश्वस्तर पर भारत की ब्रैंडिंग की जाये और शारीरिक-मानसिक फिटनेस के प्रति जागरूकता पैदा की जाये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र आमसभा में दिसंबर 2014 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्रस्ताव पेश हुआ था और एकमत से स्वीकार किया गया था। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। वर्ष 2015 से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पूरे विश्व में स्वास्थ्य को लेकर जन आंदोलन का रूप ले चुका है।
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