जम्मू में अंधेरे के साए, आसमान में आग — पाकिस्तान के मिसाइल हमले को भारत ने हवा में ही किया नेस्तनाबूद!
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,9 मई । भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अब केवल सीमाओं तक सीमित नहीं रहा — यह अब सीधा सैन्य टकराव बन चुका है। बीती रात का मंजर, भारत के इतिहास में दर्ज हो चुका है। पाकिस्तान की ओर से जम्मू की ओर दागे गए आठ मिसाइलों को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने हवा में ही ध्वस्त कर दिया, लेकिन आसमान में उठते अंगारों, गूंजते विस्फोटों और घनघोर अंधेरे ने लाखों नागरिकों की नींद उड़ा दी।
रात 9 बजे, जैसे ही आरएस पुरा, अरनिया, सांबा और हीरानगर की धरती पर मिसाइलों की धमक महसूस हुई, पूरे जम्मू में सायरन गूंज उठे, और फिर अचानक ब्लैकआउट कर दिया गया। शहर का एक बड़ा हिस्सा अंधेरे में डूब गया। मोबाइल नेटवर्क्स ध्वस्त हो गए और लोग अपनों से संपर्क नहीं कर पाए। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही नागरिकों की वीडियो क्लिप्स में आसमान में जलती मिसाइलों की पूंछ और उनकी बमबारी से कांपती धरती साफ देखी जा सकती है।
भारतीय वायुसेना की सटीक निगरानी और रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के सारगोधा एयरबेस से उड़े एक F-16 फाइटर जेट को सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) से ध्वस्त कर दिया। यह वही एयरबेस है जहां से 1965 और 1971 में भारत पर हमला किया गया था — और अब भारत ने वहीं इतिहास को पलट दिया।
जम्मू की तरह पठानकोट भी पाकिस्तानी तोपों की आग में जल रहा है। पंजाब के फिरोजपुर, मोहाली, गुरदासपुर और चंडीगढ़ में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है। रणनीतिक रूप से अहम स्थलों को खाली कराया गया है। धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम से चल रहा IPL मैच बीच में ही रद्द कर दिया गया — पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच भिड़ंत अब गोलियों के शोर में खो गई।
इस सबकी शुरुआत हुई पहलगाम हमले के बाद भारत के ज़बरदस्त जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से, जिसमें 30 आतंकवादियों और 9 आतंकी ठिकानों को पाकिस्तान और पीओके की धरती पर खत्म कर दिया गया। इसके बाद भारत ने लाहौर और अन्य इलाकों में पाकिस्तानी वायु रक्षा ठिकानों को भी तबाह कर दिया।
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो से बातचीत में साफ कहा —
“शांति चाहने की शर्त एक ही है — आतंक और मिसाइलें बंद हों। वरना भारत की ताकत को फिर पहचानो।”
भारत सरकार ने दो टूक शब्दों में कहा है —
“जो देश आतंक का निर्यात करेगा, वह भारत से विध्वंस का आयात करेगा।”
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