चौंकाने वाले खुलासे: दिशा सालियान की रहस्यमयी मौत का प्रभावशाली राजनेताओं और बॉलीवुड सितारों से जुड़ाव – सुशांत सिंह राजपूत की मौत की नई टॉप कोर्ट जांच सच्चाई उजागर कर सकती है

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 मार्च।
एक नाटकीय मोड़ में, बॉम्बे हाई कोर्ट ने आखिरकार दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और उनकी करीबी सहयोगी दिशा सालियान की संदिग्ध मौतों की वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़ी जांच को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। इन रहस्यमयी मौतों से जुड़े गहरे राज अब फिर से सुर्खियों में हैं, क्योंकि फिल्म उद्योग और राजनीति के प्रभावशाली लोग इस जांच के दायरे में आते दिख रहे हैं।

सुशांत सिंह राजपूत के पूर्व मैनेजर सतीश ने अब सामने आकर बयान दिया है, जिससे मामला बॉम्बे हाई कोर्ट तक पहुंच गया है। इस घटनाक्रम ने सुशांत की रहस्यमयी मौत को लेकर फिर से विवाद को हवा दे दी है और यह इस बात का संकेत हो सकता है कि पर्दे के पीछे छिपे खौफनाक सच जल्द ही सामने आ सकते हैं। और यही नहीं, जांच की आंच अब बॉलीवुड के दिग्गज नामों डिनो मोरिया और सूरज पंचोली तक भी पहुंच गई है। क्या यह वही अहम कड़ी है, जो असली दोषियों को बेनकाब कर सकती है?

लेकिन इस पूरे मामले की सबसे रहस्यमयी और विवादास्पद कड़ी है दिशा सालियान की मौत, जिसने बड़े पैमाने पर एक बड़े पर्दाफाश की भूमिका तैयार कर दी है। मुंबई पुलिस ने दिशा की मौत को जल्दबाजी में “दुर्घटना” करार दे दिया था और जरूरी फॉरेंसिक साक्ष्यों को सुरक्षित रखने की जरूरत तक नहीं समझी। पुलिस का कहना था कि वह नशे की हालत में इमारत से गिर गई थीं, लेकिन उनके शरीर पर कोई गंभीर बाहरी चोट नहीं मिली थी। यह कहानी पूरी तरह से मेल नहीं खाती।

अब इस केस में नया मोड़ तब आया जब दिशा सालियान के परिवार ने खुलकर सामने आकर दावा किया कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या थी, जिसे एक साजिश के तहत दबा दिया गया। परिवार ने इस मामले की फिर से जांच कराने की याचिका दायर की है और आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने प्रभावशाली लोगों को बचाने के लिए मामले को जल्दबाजी में बंद कर दिया। इन प्रभावशाली लोगों में महाराष्ट्र के कद्दावर नेता आदित्य ठाकरे का नाम भी लिया जा रहा है। क्या यही वह कड़ी है जो इस साजिश की पोल खोल सकती है?

इन नए खुलासों का समय बेहद विस्फोटक है। सुशांत और दिशा दोनों की मौतों की जांच तेजी से गहराती जा रही है और यह साफ होता जा रहा है कि यह मामला उतना सीधा नहीं है जितना अब तक बताया गया था। इन घटनाओं में राजनीतिक हस्तक्षेप की बातें अब खुलकर सामने आ रही हैं और आरोप लग रहे हैं कि बॉलीवुड और राजनीति के ताकतवर लोगों ने खुद को बचाने के लिए पूरी जांच को प्रभावित किया।

आदित्य ठाकरे का नाम इन संदिग्ध मौतों में बार-बार सामने आ रहा है और अब इसे लेकर जांच एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। क्या वह और उनके करीबी एक बड़े भ्रष्टाचार और झूठ के नेटवर्क का हिस्सा हैं? सालों से अनसुलझे सवाल अब एक-एक कर खुल रहे हैं, और जनता इस पूरे मामले की सच्चाई जानने के लिए बेकरार है।

दिशा सालियान की तथाकथित “दुर्घटनावश” मौत अब सुशांत सिंह राजपूत के केस से जुड़ी सबसे अहम कड़ी बनती जा रही है। ये दोनों मौतें कहीं न कहीं आपस में जुड़ी हुई दिख रही हैं, और यह संभावना भी जताई जा रही है कि कुछ प्रभावशाली हस्तियों ने इस पूरे मामले को दबाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। दिशा के परिवार के सवालों को नजरअंदाज करने और पुलिस द्वारा इतनी जल्दी केस बंद कर देने से संदेह और भी गहरा हो जाता है।

अब जबकि बॉम्बे हाई कोर्ट इस केस में दखल दे चुका है, यह उम्मीद बढ़ रही है कि सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान की मौत के पीछे की असली कहानी सामने आ सकती है। यह जांच न केवल इन दो रहस्यमयी मौतों की सच्चाई उजागर कर सकती है, बल्कि बॉलीवुड और राजनीति के गहरे और काले गठजोड़ को भी बेनकाब कर सकती है।

जैसे-जैसे यह मामला अपने चरम पर पहुंच रहा है, जनता की नजरें इस पर टिकी हैं। क्या आखिरकार सच सामने आएगा, या फिर सत्ता में बैठे लोग किसी भी कीमत पर इसे हमेशा के लिए दफनाने में सफल हो जाएंगे? इंतजार कीजिए, क्योंकि यह घोटाला, जिसने बॉलीवुड और राजनीतिक जगत को हिला कर रख दिया है, अभी खत्म नहीं हुआ है।

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