पलटी न मारें विधायक? MVA ने की होटल में तैयारी, शरद पवार-उद्धव ने ऑनलाइन मीटिंग कर दिया ‘सेफ्टी मंत्र’

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,22 नवम्बर।
महाराष्ट्र की राजनीति में चुनाव नतीजों से पहले ही हलचल तेज हो गई है। महा विकास अघाड़ी (MVA) के नेताओं ने अपने विधायकों को टूट और दलबदल से बचाने के लिए एक खास रणनीति अपनाई है। शरद पवार, उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए लगातार ऑनलाइन मीटिंग्स कीं और ‘सेफ्टी मंत्र’ दिया। साथ ही, अपने विधायकों को एक होटल में शिफ्ट कर दिया है, ताकि वे किसी भी राजनीतिक दबाव या प्रलोभन से बच सकें।

होटल की ‘सुरक्षा’ रणनीति

चुनावी नतीजों से पहले महा विकास अघाड़ी ने अपने विधायकों को मुंबई के एक लग्जरी होटल में ठहराया है। इस कदम का उद्देश्य है:

  1. दलबदल को रोकना: MVA को आशंका है कि बीजेपी या महायुति उनके विधायकों को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर सकती है।
  2. एकजुटता बनाए रखना: होटल में सभी विधायकों को साथ रखने से उनकी गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सकती है।
  3. मनोबल बढ़ाना: होटल में ठहराने से विधायकों को यह संदेश दिया गया कि गठबंधन उनके साथ खड़ा है।

शरद पवार-उद्धव का ‘सेफ्टी मंत्र’

MVA के प्रमुख नेताओं, शरद पवार और उद्धव ठाकरे, ने ऑनलाइन मीटिंग के जरिए विधायकों से संपर्क किया और उन्हें “सेफ्टी मंत्र” दिया।

  • निष्ठा बनाए रखने की अपील: नेताओं ने विधायकों से आग्रह किया कि वे पार्टी और गठबंधन के प्रति वफादार रहें।
  • फूट डालने की साजिश से सतर्क रहने की सलाह: पवार और उद्धव ने विधायकों को सतर्क रहने को कहा, क्योंकि चुनाव नतीजों के बाद जोड़-तोड़ की राजनीति तेज हो सकती है।
  • संविधान और जनता के प्रति जवाबदेही: विधायकों को याद दिलाया गया कि जनता ने उन्हें गठबंधन के वादों पर विश्वास करते हुए चुना है।

बीजेपी पर आरोप

MVA ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह चुनाव परिणामों से पहले विधायकों को प्रलोभन देकर अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है। यह आरोप नया नहीं है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में महाराष्ट्र में कई बार दलबदल और सरकार बनाने की प्रक्रिया में विवाद हुए हैं।

राजनीतिक तनाव चरम पर

चुनाव नतीजों से पहले महाराष्ट्र की सियासत में तनाव अपने चरम पर है।

  • महायुति (बीजेपी और शिंदे गुट): यह गठबंधन चुनाव में बहुमत का दावा कर रहा है और विधायकों की संख्या बढ़ाने की हर कोशिश कर सकता है।
  • MVA: अपनी एकजुटता बनाए रखने के लिए रणनीति बना रहा है और किसी भी टूट को रोकने के लिए सतर्क है।

निष्कर्ष

महाराष्ट्र में चुनावी नतीजों से पहले होटल पॉलिटिक्स ने एक बार फिर राजनीति के नए आयाम जोड़े हैं। शरद पवार और उद्धव ठाकरे का यह कदम गठबंधन की मजबूती और विधायकों को प्रलोभन से बचाने की कोशिश है। 23 नवंबर को नतीजे सामने आने के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र में कौन बाजी मारता है और क्या MVA अपनी रणनीति में सफल हो पाता है।

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