SIMI : केंद्र सरकार ने बढ़ाया पांच साल का बैन; यहाँ जानें इस आतंकी संगठन के बारे में सबकुछ

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29जनवरी। केंद्र सरकार ने स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया को यूएपीए के तहत 5 साल की अवधि के लिए ‘गैरकानूनी संगठन’ घोषित कर दिया है. सरकार को ये कदम इसलिए उठना पड़ा क्योंकि सिमी देश में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है और अन्य आतंकी संगठनों के साथ मिलकर देश में हिंसा फैलाने में मदद करता है. लेकिन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया है क्या? आइए आपको इस खबर के माध्यम से बताते हैं-

6 पॉइंट्स में समझे क्या है सिमी?
1. सिमी यानि स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) एक प्रतिबंधित इस्लामिक छात्र संगठन है. जिसकी स्थापना 39 साल पहले अप्रैल 1977 में हुई थी. लेकिन ऐसा कहा जाता है कि इसकी शुरुआत काफी पहले हो चुकी थी. सन् 1956 में बने प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी को ही नया रूप देकर सिमी की शुरुआत की गई थी. सिमी का फाउंडर प्रेसिडेंट मोहम्मद अहमदुल्ला सिद्दीकी था.
2. आतंकी गतिविधियों में शामिल होने और आतंकी संगठनों के साथ संबंध होने के चलते 2001 में भारत सरकार ने SIMI को प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया. लेकिन 2008 में एक विशेष न्यायाधिकरण के तहत सिमी पर से प्रतिबंध हटा दिया गया था. फिर इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती मिली और कुछ दिन बाद ही यह प्रतिबंध फिर से लागू कर दिया गया.
3. बताया जाता है कि सिमी ने अपने मूवमेंट को चलाने के लिए 2002 में एक नए संगठन का नकाब पहना. और इसे इंडियन मुजाहिदीन नाम दिया. इंडियन मुजाहिदीन पर देश में कई जगह विस्फोट कराने का आरोप है. इसके साथ ही कहा जाता है कि आईएम के सभी संगठन स्लीपिंग मॉड्यूल की तरह काम करते हैं.
4. कहा तो ये भी जाता है कि करीब 10 साल पहले पाकिस्तान से कुछ लोग क्रिकेट मैच देखने के लिए टूरिस्ट वीजा लेकर आए थे, लेकिन बाद में वह अपने मुल्क वापस गए भी या नहीं इस बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं है. खबर है कि इन लोगों की संख्या करीब 400 के आसपास है.
5. वहीं पिछले कुछ साल में यूपी, गुजरात और मध्य प्रदेश पुलिस ने सिमी के कई आतंकी पकड़े. 2008 में इंदौर के एक घर पर दबिश के दौरान संगठन के तत्कालीन प्रमुख सफदर नागौरी को पकड़ लिया गया. इसके अलावा 2 साल पहले बिजनौर में एक घर के अंदर विस्फोट के बाद सामने आई थी, जिसमें सिमी का हाथ था.
6. बता दें आतंकी संगठन सिमी का मध्य प्रदेश से गहरा कनेक्शन रहा है. देशभर में सिमी के सबसे ज्यादा सदस्यों की गिरफ्तारी एमपी से ही हुई है. 2015 में मोदी सरकार ने सिमी पर प्रतिबंध अनिश्चितकालीन समय के लिए बढ़ाकर इस संगठन के खिलाफ कार्रवाई सख्त कर दी है.

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