पेगासस जासूसी मामले में एसआईटी जांच हो- मंजुबाला पाठक

समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 27जुलाई।  इजराइल के सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए राजनेताओं, नौकरशाह, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी करवाना भारत सरकार का कायराना हरकत है।
उक्त बातें बिहार प्रदेश महिला कांग्रेस की पूर्व उपाध्यक्ष ने मंजुबाला पाठक ने संवाददाताओं से कहा।
उन्होनें कहा कि लोकतंत्र खतरे में है,देश में निजता का हनन हो रहा है।सरकारी मशीनरी और एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। विरोधियों को दबाने और अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए भारतीय जनता पार्टी सरकार राजनेताओं,पर पूर्व जजों, नौकरशाहों और सामाजिक लोगों की जासूसी करवा रही हैं ।
केंद्र सरकार लोगों और देश को गुमराह कर रही है। कोरोना प्रबंधन पर सरकार असफल रही और महंगाई चरम पर है।
विरोधियों को दबाना लोकतंत्र की खुबसूरती को कम करता है और साथ ही जासूसी द्वारा निजता का हनन होता है ।
निजता का हनन संवैधानिक अधिकारों और मौलिक अधिकारों का हनन होता है।
देश की भाजपा सरकार ये करके लोकतंत्र को देश में खत्म करना चाहती हैं। कांग्रेस नेत्री ने कहा कि शुरू से ही वो निजता और लोगो की आजादी के लिए समाज में काम करते आ रही है।लोगों और विपक्ष को अपनी बात और विरोध प्रकट करने का अधिकार है जिसे सरकार दबाना चाहती है परंतु कांग्रेस और वो ऐसा होने नहीं देंगी।
अंत समय तक लोकतंत्र की खुवसूरती और लोगों के हक के लिए कांग्रेस और वो संघर्ष करते रहेंगी।
उन्होंने बताया की बिहार और पुरे देश स्तर पर कांग्रेस पार्टी की सभी इकाई इस कुकृत्य के विरुद्ध आवाज उठा रही है और प्रधानमंत्री व गृहमंत्री से इस विषय पर स्पष्टीकरण की मांग करती है ।
साथ ही मंजुबाला पाठक ने पेगासस जासूसी मामले में सुप्रीम कोर्ट के निगरानी में एस आई टी जांच की मांग की।

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