केम्पेगौड़ा हवाई अड्डे पर तस्करी नाकाम: अभिनेत्री रण्या राव 14 किलो सोने के साथ गिरफ्तार

समग्र समाचार सेवा
बेंगलुरु,5 मार्च।
कर्नाटक पुलिस के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) के. रामचंद्रराव की बेटी और अभिनेत्री रण्या राव को केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 14 किलोग्राम सोने की तस्करी के प्रयास में गिरफ्तार किया गया। सोमवार शाम को, दुबई से भारत आ रही रण्या राव को राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने गुप्त सूचना के आधार पर रोका और जांच के दौरान उनके कपड़ों के नीचे 14 सोने की ईंटें बरामद की गईं। इन सोने की ईंटों को विशेष रूप से उनके शरीर से बांधकर छिपाया गया था ताकि वे सुरक्षा जांच में पकड़ी न जाएं। जब्त किए गए सोने का मूल्य भारतीय बाजार में 7 करोड़ रुपये से अधिक आंका गया है।

अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क से जुड़ी थीं रण्या?

DRI की रिपोर्ट के अनुसार, रण्या राव दुबई से गल्फ एयरलाइंस की फ्लाइट से आई थीं और एक अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी गिरोह के लिए कूरियर के रूप में काम कर रही थीं। अधिकारियों को संदेह है कि यह मामला एक बड़े तस्करी नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है, जिसमें अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है और रण्या की इस तस्करी में कितनी गहरी भागीदारी थी।

DRI ने की पुष्टि, पूछताछ जारी

DRI अधिकारियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर रण्या राव की गिरफ्तारी की पुष्टि की और बताया कि सोने की तस्करी के स्रोत और गंतव्य को लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। एक वरिष्ठ DRI अधिकारी ने कहा, “हम पूरे तस्करी नेटवर्क की जानकारी जुटाने की प्रक्रिया में हैं, और जांच अभी जारी है।”

पुलिस महकमे और समाज में सनसनी

रण्या राव की गिरफ्तारी ने पुलिस विभाग और आम जनता के बीच खलबली मचा दी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की बेटी होने के कारण इस मामले ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इससे यह भी पता चलता है कि प्रभावशाली परिवारों के कुछ लोग भी संगठित अपराध में शामिल हो सकते हैं।

रण्या राव, जो पहले समाजसेवा और विभिन्न परोपकारी कार्यों में सक्रिय थीं, इस गिरफ्तारी के बाद चौंक गई हैं। उनके परिवार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

भारत में बढ़ती सोना तस्करी पर DRI की पैनी नजर

भारत में हवाई अड्डों के माध्यम से सोने की तस्करी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। DRI और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए निगरानी और खुफिया तंत्र को मजबूत कर रही हैं। रण्या राव की गिरफ्तारी यह साबित करती है कि तस्करी नेटवर्क पर लगाम लगाने के लिए सुरक्षा एजेंसियां लगातार प्रयासरत हैं।

जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि रण्या राव इस तस्करी में किस हद तक शामिल थीं, और क्या उनका संबंध अंतरराष्ट्रीय तस्करी गिरोह से था। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इस मामले से जुड़े नए खुलासे होने की संभावना है।

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