अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर खास पहल: ऑल वुमेन ऑपरेटेड वंदे भारत एक्सप्रेस

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,10 मार्च।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के अवसर पर सेंट्रल रेलवे ने एक ऐतिहासिक पहल करते हुए पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई। ट्रेन संख्या 22223, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) से साईंनगर शिर्डी वंदे भारत एक्सप्रेस को महिला कर्मचारियों की एक पूरी टीम ने सफलतापूर्वक संचालित किया, जिससे महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल कायम हुई।

इस ऐतिहासिक यात्रा का नेतृत्व किया एशिया की पहली महिला लोको पायलट श्रीमती सुरेखा यादव ने, जिन्होंने ट्रेन को सुरक्षित और कुशलता से संचालित किया। उनके साथ असिस्टेंट लोको पायलट के रूप में सुश्री संगीता कुमारी मौजूद रहीं।

इस ट्रेन का प्रबंधन भी पूरी तरह महिलाओं द्वारा किया गया। ट्रेन मैनेजर की भूमिका श्रीमती श्वेता घोणे ने निभाई, जबकि मुख्य टिकट परीक्षक (हेड टिकट एग्जामिनर) के रूप में सुश्री अनुष्का के. पी. और सुश्री एम. जे. राजपूत ने जिम्मेदारी संभाली।

इसके अलावा, सीनियर टिकट परीक्षक (सीनियर टीटीई) के रूप में सुश्री सरिका ओझा, सुश्री सुवर्णा पष्टे, सुश्री कविता मराल और सुश्री मनीषा राम ने यात्रियों की टिकट जांच का कार्य किया।

ट्रेन में ऑन-बोर्ड सेवा भी पूरी तरह से महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित की गई। यात्रियों की सुविधा और सेवा का ध्यान रखने के लिए सुश्री मोनिका, सुश्री रुबीना, सुश्री पूजा, सुश्री नम्रता और सुश्री उमा तैनात थीं।

यह पहल न केवल भारतीय रेलवे में महिला कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भागीदारी को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर रही हैं। इस तरह की पहल से महिलाओं को रोजगार, नेतृत्व और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।

सेंट्रल रेलवे द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उठाया गया यह कदम ऐतिहासिक और प्रेरणादायक है। पूरी तरह से महिलाओं द्वारा संचालित वंदे भारत एक्सप्रेस भारतीय रेलवे में महिला कर्मचारियों की सक्षमता, आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता को दर्शाती है। यह पहल न केवल महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी, बल्कि समाज में लैंगिक समानता को भी बढ़ावा देगी।

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