समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19जुलाई। श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने देश में आपातकाल की घोषणा की है। श्रीलंका में जारी अशांति और आर्थिक संकट से निपटने के लिए यह कदम उठाया गया है। कल रात जारी सरकारी अधिसूचना में कहा गया है कि जन-सुरक्षा के हितों, सार्वजनिक व्यवस्था के संरक्षण तथा आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति बनाए रखने के लिए आपातकाल लगाया गया है। कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने राजनीतिक दलों से आग्रह किया है कि वे अपने मतभेद भुलाकर सर्वदलीय सरकार का गठन करें ताकि देश को आर्थिक संकट से उबरने में मदद मिल सके। उन्होंने जनता को आश्वस्त किया कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ बातचीत लगभग पूरी हो गई है।
इस बीच, सिंगापुर ने श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे को देश छोड़ने की चेतावनी दी है। सिंगापुर के अधिकारियों ने राजपक्षे को बताया कि वे शुरु में 15 दिन रुकने की दी गई अनुमति से अधिक नहीं रह सकते हैं। निर्वासन के दौरान राजपक्षे द्वारा राष्ट्रपति पद से त्यागपत्र देने के बाद सिंगापुर के अधिकारियों ने यह घोषणा की। श्री गोतबाया राजपक्षे 13 जुलाई को मालदीव चले गए थे। अगले दिन वे सिंगापुर पहुंचे। श्री गोतबाया ने 14 जुलाई को ईमेल के माध्यम से संसद के अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र भेजा था।
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