स्टेसी विलियम्स का ट्रंप पर आरोप: “हाथ, कमर.. मुझे हर जगह टच किया”

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 अक्टूबर। पूर्व मॉडल स्टेसी विलियम्स ने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर चुनावी प्रचार के दौरान छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए हैं। विलियम्स ने कहा कि ट्रंप ने उन्हें बार-बार अश्लील तरीके से छुआ, जिससे उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। यह मामला उस समय सामने आया है जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी जोरों पर है, और ऐसे में यह आरोप चुनावी माहौल को और भी गर्म कर सकता है।

आरोपों का विवरण

स्टेसी विलियम्स ने एक साक्षात्कार में कहा कि ट्रंप ने उन्हें कई बार “हाथ, कमर, और अन्य जगहों पर” छुआ। उन्होंने बताया कि यह सब तब हुआ जब वे एक मॉडलिंग इवेंट में भाग ले रही थीं, जिसमें ट्रंप भी मौजूद थे। विलियम्स ने कहा कि उनका व्यवहार अपमानजनक था और उन्होंने उनके व्यक्तिगत सीमाओं का उल्लंघन किया।

उन्होंने यह भी कहा कि यह केवल एक बार नहीं हुआ, बल्कि कई मौकों पर ट्रंप ने इसी तरह का आचरण किया। स्टेसी के आरोप इस बात का संकेत हैं कि ट्रंप के खिलाफ महिलाओं द्वारा उठाए गए आरोपों का सिलसिला अब भी जारी है। इससे पहले भी कई महिलाएं ट्रंप पर ऐसे ही आरोप लगा चुकी हैं, लेकिन ट्रंप ने हमेशा इन आरोपों का खंडन किया है।

चुनावी माहौल पर प्रभाव

स्टेसी विलियम्स के आरोप ऐसे समय में सामने आए हैं जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियाँ चल रही हैं। यह मामला न केवल ट्रंप की छवि को प्रभावित कर सकता है, बल्कि उनके समर्थकों के बीच भी बंटवारा पैदा कर सकता है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि ये आरोप ट्रंप के लिए एक और मुश्किल स्थिति पैदा कर सकते हैं, क्योंकि यह उनके लिए 2024 के चुनाव में एक चुनौती बन सकता है।

प्रतिक्रिया और समर्थन

विलियम्स के आरोपों के बाद, कुछ महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और ट्रंप विरोधियों ने उनके समर्थन में आवाज उठाई है। उन्होंने इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की अपील की है और ट्रंप पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। दूसरी ओर, ट्रंप के समर्थक इसे राजनीतिक हथकंडा मान रहे हैं और आरोपों को खारिज कर रहे हैं।

निष्कर्ष

स्टेसी विलियम्स द्वारा डोनाल्ड ट्रंप पर लगाए गए छेड़छाड़ के आरोप एक बार फिर से अमेरिका में महिलाओं के अधिकारों और यौन उत्पीड़न के मुद्दे को केंद्र में लाते हैं। यह मामला न केवल ट्रंप की छवि पर असर डालेगा, बल्कि यह दर्शाता है कि सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ आवाज उठाने का साहस बढ़ रहा है। चुनावी महौल में यह मामला और भी गरमाएगा, और यह देखना दिलचस्प होगा कि इस पर राजनीति कैसे खेली जाती है।

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