उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने लगाया विराम, कहा नहीं होने जा रहा नेतृत्व परिवर्तन
समग्र समाचार सेवा
देहरादून, 6मार्च।
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर एकाएक सुगबुगाहट तेज हो गई है जिसको लेकर गैरसैंण विधानसभा सत्र को अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया है। वही सभी विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री को देहरादून पहुंचकर कोर कमेटी में शामिल हुए। उत्तराखंड भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में सभी ने शिरकत की।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, सांसद अजय भट्ट, माला राज्य लक्ष्मी शाह, संगठन महामंत्री अजय कुमार और प्रदेश महामंत्री कुलदीप करीब आधा घंटे तक चली।
सूत्रों के हवाले देहरादून में हुई कोर कमेटी की बैठक कुछ खास मुद्दों को लेकर की गई है परन्तु नेतृत्व परिवर्तन होने जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। बैठक के मुस्कुराकर बाहर निकले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इशारों इशारों में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं पर विराम लगा दिया है। परन्तु जिस तरह से मुख्यमंत्री के कार्यशैली को लेकर विधायकों और मंत्रियों की नाराजगी देखी जा रही थी वही लगातार विधायक और मंत्री दिल्ली जाकर शीर्ष नेतृत्व से शिकायत कर रहे थे।
उसको लेकर केंद्रीय हाईकमान ने पर्यवेक्षकों को उत्तराखंड भेजा है, जिससे कह आने वाले 2022 के चुनाव से पहले डैमेज कंट्रोल किया जा सके। वही कोर कमेटी की बैठक समाप्त होने के बाद उत्तराखण्ड प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भंगत ने भी नेतृत्व परिवर्तन की बात से इंकार कर दिया है उन्होने कहा कि 18 मार्च को त्रिवेन्द्र रावत सरकार को 4 साल पूरे हो रहे है। वही मंत्रीमंडल के विस्तार को लेकर भी विचार विमर्श किया गया है।
उत्तराखण्ड नेतृत्व परिवर्तन को लेकर भाजपा के मिडिया प्रभारी गिरीराज उनियाल कहा कि भारतीय जनता पार्टी में कोर ग्रुप की बैठक में समय-समय पर होती रहती हैं। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। जो आज सोशल मीडिया न्यूज पोर्टल का चैनल पर नेतृत्व परिवर्तन के बारे में जो चल रहा है।
वह निराधार हैं त्रिवेंद्र सरकार पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम करेंगे। कई ऐतिहासिक फैसले त्रिवेंद्र जी ने इन 4 सालों में दिए हैं। एक भी भ्रष्टाचार का मामला उन पर नहीं उनकी सरकार पर नहीं लगा। पंचायत, निकाय ,उपचुनाव,तथा लोकसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में पार्टी ने बड़ी सफलता हासिल की है।
ऐसे में मुझे नहीं लगता कि इस बात में कोई दम है। भारतीय जनता पार्टी के लोकतांत्रिक पार्टी है ।और समय-समय पर संगठन और सरकार के कार्यों की समीक्षा करती रहती है । हमारी पार्टी में एक आम कार्यकर्ता से लेकर विधायक, मंत्री, पदाधिकारी सभी की बात सुनी जाती है। उनकी नाराजगी को भी दूर करने की कोशिश की जाती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीजापुर गेस्ट हाउस में चल रही बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में कई विशेष मुद्दों पर चर्चा चल रही है। जिसमें उत्तराखंड सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियों को जनता तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने समेत मंत्रीमंडल में खाली तीन पदों को भरने की चर्चा की जाएगी।
वहीं संभावना है कि एक दो मंत्रियों के कार्यकाल से सरकार खुश नहीं है ऐसे में उनको हटाने को लेकर भी चर्चा की जाएगी। दिल्ली से भेजे गए ये विशेष परिवेक्षक विधायकों से भी राज्य के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं। वही मंत्री मंडल में जल्द विस्तार करने के साथ तीन खाली पडे मंत्रीमंडल को भी भरने की तैयारी की जायेगी।
साथ ही कुछ मंत्रियों को हटाकर उनके चुनावी अभियान में जोड़ने को लेकर चर्चा हो सकती है। मंत्रीमंडल में विशेष रूप से वरिष्ठता, क्षेत्रीय व जातीय समीकरणों का विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने कुछ विभागों की जिम्मेदारी को भी मंत्रियों को बांटेंगे। वर्तमान में उनके पास कई विभागों की जिम्मेदारी है। चूंकि यह चुनावी वर्ष है और उन्हें पूरे प्रदेश में दौरे करने होंगे ऐसे में वह अपने विभागों का बंटवारा कर सकते हैं।
जल्द आएंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा प्रदेश में 12 मार्च को बीजेपी के चिंतन शिविर का भी आयोजन होना है, वहीं 13-14 मार्च को पार्टी की कार्यसमिति की बैठक होने वाली है। इन बैठकों को अगले साल 2022 के विधानसभा चुनाव के लिहाज से अहम बताया जा रहा है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि 12-13 मार्च की मीटिंग के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी देहरादून आ सकते हैं। खबर यह भी है कि जेपी नड्डा के दौरे को लेकर भी कोर ग्रुप की मीटिंग में चर्चा हो सकती है।
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