स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ देश की एकता और गर्व का प्रतीक: अमित शाह
सरदार पटेल की स्मृति में बनी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा 57 महीनों में तैयार हुई 182 मीटर ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी किसानों के औजारों से पिघला लोहा बना एकता की प्रतिमा की नींव
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31 अक्टूबर 2013 को रखी गई थी ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की नींव।
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प्रतिमा निर्माण में 25,000 टन लोहे और 1,700 टन कांसे का उपयोग हुआ।
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अब तक 2.5 करोड़ लोग कर चुके हैं इस प्रतिमा का दर्शन।
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हर साल आयोजित होगी ‘एकता परेड’ और ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम।
समग्र समाचार सेवा
केवड़िया (गुजरात), 31 अक्टूबर: सरदार पटेल की स्मृति में विश्व का सबसे ऊंचा स्मारक
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरदार पटेल की याद में ऐसा भव्य स्मारक बनाने का संकल्प लिया गया, जिसे पूरी दुनिया देखे। इसी से ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की अवधारणा जन्मी।
उन्होंने बताया कि इसकी नींव 31 अक्टूबर 2013 को रखी गई थी और मात्र 57 महीनों में 182 मीटर ऊंची प्रतिमा तैयार हो गई, जो अब देश की एकता और अखंडता का प्रतीक है।
किसानों के औजारों से बनी एकता की प्रतिमा
अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल किसानों के नेता थे, इसलिए प्रतिमा के निर्माण में 25,000 टन लोहा किसानों के औजारों को पिघलाकर प्राप्त किया गया।
करीब 90,000 घन मीटर कंक्रीट और 1,700 टन कांसे से बनी यह विशाल प्रतिमा अब तक 2.5 करोड़ से अधिक लोगों द्वारा देखी जा चुकी है।
हर साल होगी ‘एकता परेड’
गृहमंत्री ने बताया कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती के बाद, गृह मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि हर वर्ष इसी तरह ‘एकता परेड’ का आयोजन किया जाएगा।
इस वर्ष ‘रन फॉर यूनिटी’ और प्रतिज्ञा समारोह विशेष रूप से देशभर में आयोजित किए जा रहे हैं।
युवाओं से की एकता बनाए रखने की अपील
अमित शाह ने कहा कि पूरे देश में, कश्मीर से कन्याकुमारी और द्वारका से कामाख्या तक, विशेष कार्यक्रमों के जरिए सरदार पटेल के विचार युवाओं तक पहुंचाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो युवा आज देश की एकता और अखंडता की शपथ ले रहे हैं, वही भारत के भविष्य के निर्माता होंगे।
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