समग्र समाचार सेवा,
वाराणसी, 23 मई: उत्तर प्रदेश एटीएस ने वाराणसी से भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए 28 वर्षीय मोहम्मद तुफैल को गिरफ्तार किया है। दिखने में साधारण और खामोश रहने वाला तुफैल, वर्षों से देश के खिलाफ एक खतरनाक साजिश को अंजाम दे रहा था।
तुफैल पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने, देश विरोधी सामग्री साझा करने और सोशल मीडिया के माध्यम से सांप्रदायिक उकसावे का आरोप है। जांच एजेंसियों ने उसकी गिरफ्तारी के बाद कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं।
मोबाइल से मिले सबूत, पाकिस्तानी कनेक्शन उजागर
ATS को तुफैल के मोबाइल से ऐसे कई वीडियो, फोटो और संदेश मिले हैं जिनमें संवेदनशील स्थानों की जानकारी, उकसाने वाले संदेश और पाकिस्तानी नंबरों से हुई बातचीत शामिल है।
जानकारी के मुताबिक, तुफैल करीब 600 पाकिस्तानी नंबरों से संपर्क में था और लगातार भारत की संवेदनशील जानकारियाँ भेज रहा था। उसने प्रयागराज और राजस्थान में हुई हिंसक घटनाओं के वीडियो को वायरल कर सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश भी की।
चला रहा था 19 व्हाट्सएप ग्रुप, फैला रहा जहर
ATS की निगरानी में यह बात सामने आई कि तुफैल 19 व्हाट्सएप ग्रुप चला रहा था, जिनमें पूर्वांचल के मऊ, गाजीपुर, भदोही और जौनपुर जैसे जिलों के 800 से अधिक लोग जुड़े थे।
इन ग्रुपों के माध्यम से देशविरोधी कंटेंट और भड़काऊ वीडियो फैलाए जाते थे। तुफैल ने प्रयागराज बस कंडक्टर हमले की क्लिप को उकसाने वाले संदेशों के साथ शेयर किया था।
पाकिस्तानी महिला से संपर्क, नेपाल से भेजे गिफ्ट
पूछताछ में खुलासा हुआ कि तुफैल पाकिस्तान की महिला ‘नफीसा’ के संपर्क में था, जिसका पति पाकिस्तानी सेना में है। तुफैल ने उसे वीडियो, फोटो और यहां तक कि नेपाल के रास्ते गिफ्ट भी भेजे।
अब फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया खातों की जांच की जा रही है, ताकि उसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की गहराई तक पहुंचा जा सके।
ATS को पता चला है कि तुफैल प्रतिबंधित संगठन ‘तहरीक-ए-लब्बैक’ के वीडियो देखता और शेयर करता था। वह मौलाना शाद रिजवी के भाषणों से प्रभावित था और भारत में शरीयत कानून लागू करने की वकालत करता था।
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