राजभवन इम्फाल दरबार हाल में अनुसुईया उइके से सेन्ट्रल यूनिर्सिटी पंजाब चंडीगढ के छात्रों और प्रोफेसर ने की मुलाकात

समग्र समाचार सेवा
इंफाल, 26 मार्च। राजभवन इम्फाल दरबार हाल में अनुसुईया उइके जी राज्यपाल मणिपुर से सेन्ट्रल यूनिर्सिटी पंजाब चंडीगढ के छात्रों, प्रोफेसर, ने मुलाकात की। गौरतलब है कि हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की पहल पर देश के युवाओं को विभिन्न प्रदेशों के कल्चर, भाषा, धर्म, रीति-रिवाज, पहनावा ओढावा, खान पान रहन सहन से परिचित कराने एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने के उद्देश्य से युवा संगम प्रोग्राम प्रारंभ किया गया है जिसके तहत आज सेन्ट्रल यूनिवर्सटी पंजाब के 50 छात्र छात्राएं एवं 4 प्रोफेसर सहित 54 सदस्यीय दल ने मणीपुर यूनिवर्सिटी के वाईस चान्सलर एवं उनके साथी प्रोफेसरों के साथ कुल लगभग 70 सदस्यों ने मुलाकात की। कुछ छात्रों ने अपने अनुभव शेयर किये और इस अभियान को उपयोगी बताया।

वाईस चासलर प्रोफेसर एन लोकेन्द्र सिंह ने इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत युवाओं को टूरिज्म, डेव्हलपमेन्ट, टेक्नोलाजी एवं प्यूपल टू प्यूपल कनेक्ट करने का प्रयास किया जा रहा है जिसके अंतर्गत आए हुए छात्रों को इंफाल के विभिन्न स्थानों को दिखाया जा रहा है और अब कल स्थानीय छात्रों के घर पर भेजकर उनके रहन सहन से परिचित कराया जायेगा। पंजाब से आए दल में पंजाब प्रदेश के विभिन्न क्षेत्र के के अंडर ग्रेजुएट एवं ग्रेजुएट छात्र तथा प्रोफेसर शामिल थे।

राज्यापाल अनुसुईया जी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि कड़ी मेहनत, ईमानदारी और लगन से कार्य करने, मेहनत करने से ही सफलता मिलती है। ज्ञान प्राप्त करने के लिये केवल स्कूल कालेज की शिक्षा प्राप्त कर डिग्री प्राप्त करना ही पर्याप्त नहीं है जबतक व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त कर पर्सनान्टी डेव्हलप नहीं करेगें तब तक एक आदर्श व्यक्ति/नागरिक नहीं बन सकते हैं।

मणिपुर बहुत अच्छा प्रदेश है प्राकृतिक रूप से सम्पन्न है, लोग बहुत अच्छे धार्मिक हैं। यहां का कल्चर बहुत समृद्ध है, यहां का होली का कन्सेप्ट बहुत अलग है, यहॉं पॉंच दिवस तक बड़े ही शालीनता से होली मनाई जाती है। यहॉं पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की कल्पना है कि मिलेट का उत्पादन एवं उपयोग बढाया जाना चाहिए इस विचार के अनुरूप मणिपुर में मिलेट अर्थात श्रीअन्न बहुत पाया जाता है। यहॉं की महिलाए बहुत मेहनती हैं। सेल्फ हेल्प समूहों के माध्यम से महिलाएं बहुत अच्छी तरह से कार्य कर रही हैं यहॉं महिला इम्पावरमेन्ट बहुत हुआ है। यहॉं महिलाओं का बाजार है जिसमें पूरा व्यवसाय महिलाएं ही करती है कोई भी पुरूष दुकान नहीं लगाता है।

अपने जीवन के अनुभवों को शेयर करते हुए बताया कि मेरे करियर की शुरूआत प्रोफेसर के रूप में प्रारंभ हुआ और मैंने दूरदराज एरिया में कार्य कर जनजाति समाज और समाज के पिछड़े लोगों को शिक्षित करने का प्रयास प्रारंभ किया। इन्ही सब अच्छे कार्यो की वजह से मुझे विधायक, मंत्री, सांसद, महिला आयोग, जनजाति आयोग एवं बाद में राज्यपाल के रूप में कार्य करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि मैं यह सब आपको इसलिये बता रही हूं कि सफलता के लिये ईमानदारी से मेहनत करने की आवश्यकता होती है। जीवन में उतार चढाव आते हैं किन्तु संघर्ष से ही सफलता मिलती है अर्थात उनका कहना था कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है। आशा है आप मेरी बातों को समझ रहे होगें और अपने जीवन में मेरी इन बातों को ध्यान रखेगें। आपसे आग्रह है कि आप एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने में प्रधानमंत्री जी के विचार और मिशन को अपना सहयोग देगें।

एक छात्र ने पूछा कि आपको मणिपुर कैसा लगा इस पर राज्यपाल ने उत्तर दिया गया यहॉं की संस्कृति और पहनावा बहुत अच्छा है जो कि सभी को लुभाता है। राज्यपाल ने युवा संगम प्रोग्राम के लिये तथा उन्हें विभिन्न अवसर देने के लिये देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर राजभवन के सचिव बाबी वायखाम, पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर राजेन्द्र एवं अन्य उपस्थित थे।

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