सुनील जाखड़ ने नहीं दिया कांग्रेस के नोटिस का जवाब, बोले- जो करना है कर लो

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19अप्रैल। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ पर पार्टी नाराज दिख रही है और कड़ी कार्यवाही करने के मुड़ में नजर आ रही है। जानकारी के अनुसार पिछले दिनों सुनील जाखड़ के पार्टी नेताओं के खिलाफ दिए गए बयानों पर कांग्रेस ने उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इसके लिए मंगलवार तक का समय दिया गया था, लेकिन इस पर अब तक जवाब नहीं मिला है।
जवाब न देने को लेकर भी सुनील जाखड़ का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की ओर से दिए गए कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया है और समिति को जो फैसला करना है, वो कर ले। जाखड़ ने कहा, ‘यह सच है कि मैंने (नोटिस का) जवाब नहीं दिया है।’

समिति की ओर से कार्रवाई का संकेत दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘यह उनका अधिकार है, वो करें। मुझे नहीं पता कि वो क्या करेंगे। उन्होंने नोटिस दिया है। जो फैसला करना है, वो कर लें।’ अपने खिलाफ लगे अनुशासनहीनता के आरोपों पर जाखड़ ने कहा, ‘मैं इसका संज्ञान भी नहीं लेना चाहता।’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह कांग्रेस छोड़ रहे हैं तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं देते हुए सिर्फ यह कहा, ‘पिछले सात महीने से ऐसी खबरें प्रसारित हो रही हैं।’

समिति के सदस्य सचिव और कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर के अनुसार, थॉमस का जवाब मिल गया है, लेकिन जाखड़ की तरफ से मंगलवार तक कोई जवाब नहीं आया। उन्होने कहा, ‘एक सप्ताह का समय दिया गया था। उनका (जाखड़) जवाब नहीं आया है। एक-दो दिन में समिति की बैठक होगी और कांग्रेस के संविधान के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।’ यह पूछे जाने पर कि क्या जाखड़ का निलंबन या फिर निष्कासन भी हो सकता है, अनवर ने कहा, ‘कांग्रेस के संविधान के तहत कार्रवाई होगी। इसमें निलंबन या निष्कासन भी हो सकता है। लेकिन अंतिम निर्णय समिति की बैठक में होगा।’

बता दें कि सुनील जाखड़ पर विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाले बयान देने तथा पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ ‘आपत्तिजनक टिप्पणी’ करने का आरोप है। कांग्रेस नेता उदित राज ने पिछले दिनों खुलकर यह मांग की थी कि जाखड़ को पार्टी से निष्कासित किया जाए। दूसरी तरफ केरल से ताल्लुक रखने वाले पूर्व सांसद थॉमस पिछले दिनों पार्टी के रुख के खिलाफ जाकर राज्य में सत्तारूढ़ माकपा की एक संगोष्ठी में शामिल हुए थे। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से उनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की थी।

Comments are closed.