सुवेंदु अधिकारी का दावा: “विशेष पुनरीक्षण के बाद ममता बनर्जी हारीं भवानीपुर से, 20,000 वोटों से होगी हार”
समग्र समाचार सेवा
कोलकाता, 16 अक्टूबर: पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भवानीपुर विधानसभा सीट से चुनाव हार जाएंगी। अधिकारी ने कहा कि जिस तरह उन्होंने 2021 में नंदीग्राम में ममता बनर्जी को हराया था, उसी तरह अब भवानीपुर से भी उन्हें पराजित करेंगे।
एएनआई से बात करते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “SIR प्रक्रिया के पूरा होने के बाद ममता बनर्जी भवानीपुर विधानसभा सीट से कम से कम 20,000 वोटों से हारेंगी। पहले मैंने नंदीग्राम से ममता बनर्जी को हराया था, और अब भवानीपुर में भी वही इतिहास दोहराऊंगा।”
राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) को लेकर जहां राजनीतिक हलचल बढ़ी है, वहीं राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने भी इस प्रक्रिया पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र परिपक्व है और इससे जुड़ी सभी चिंताओं का समाधान संवैधानिक और कानूनी दायरे में किया जाएगा।
कोलकाता में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राज्यपाल बोस ने कहा, “यह एक ऐसा विषय है जिसे भारत का चुनाव आयोग ही सुलझाएगा। उसके पास इसके लिए पूरी संवैधानिक शक्ति और अधिकार हैं। भारत का लोकतंत्र परिपक्व है और इस प्रक्रिया से जुड़ी हर समस्या संविधान और कानून के तहत हल की जाएगी।”
उधर, कोलकाता की नखोदा मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद शफीक काज़मी ने SIR प्रक्रिया को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को हर दस साल में मतदाता सूची का पुनरीक्षण करने का अधिकार है, लेकिन इस प्रक्रिया में आम लोगों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने बिहार में अल्पसंख्यकों के नाम मतदाता सूची से हटाए जाने की घटनाओं की निंदा की। उन्होंने कहा, “SIR के नाम पर लोगों को परेशान करना उचित नहीं है। जिनका नाम गलत तरीके से हटा दिया गया है, उन्हें जीवन प्रमाण पत्र (life certificate) देने की व्यवस्था की जानी चाहिए। इससे जनता और सरकार दोनों के लिए प्रक्रिया आसान होगी।”
काज़मी ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार में मतदाता सूची से नाम हटाने के दौरान अल्पसंख्यकों को खासतौर पर निशाना बनाया गया, जो भेदभावपूर्ण है।
चुनाव आयोग ने पिछले महीने बिहार विधानसभा चुनावों के लिए अंतिम मतदाता सूची जारी की थी। आयोग के अनुसार, अंतिम सूची में कुल 7.42 करोड़ मतदाता दर्ज किए गए हैं, जबकि जून 2024 में यह संख्या 7.89 करोड़ थी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिम बंगाल में चल रहा SIR अभियान अगले विधानसभा चुनावों पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। सुवेंदु अधिकारी के इस बयान से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक टकराव और तेज हो सकता है।
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