सीरिया को मिली राहत: 13 साल बाद पुनर्निर्माण की उम्मीद, ट्रंप ने दी छह महीने की प्रतिबंध छूट

समग्र समाचार सेवा,

नई दिल्ली, 24 मई: गृहयुद्ध, विदेशी हस्तक्षेप और आतंकी गतिविधियों की आग में जलता सीरिया अब एक नई शुरुआत की ओर बढ़ता दिख रहा है। बीते 13 वर्षों से तबाही और विस्थापन का सामना कर रहे इस देश की कमान अब अहमद अल-शरा के हाथों में है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया के पुनर्निर्माण को गति देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है – छह महीने के लिए प्रतिबंधों में अस्थायी छूट।

कभी मध्य-पूर्व की सांस्कृतिक धुरी रहा सीरिया, अब खंडहरों में तब्दील

सीरिया, जो कभी व्यापार, संस्कृति और पर्यटन का प्रमुख केंद्र था, आज लाखों विस्थापितों, भूख और बेरोजगारी की त्रासदी झेल रहा है। एक अनुमान के मुताबिक 45 लाख से अधिक लोग घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं, और देश का इन्फ्रास्ट्रक्चर लगभग पूरी तरह तबाह हो चुका है।

ट्रंप की रणनीति: “यह है नई शुरुआत का मौका”

अमेरिका ने 2019 के सीजर सीरिया एक्ट के तहत लगाए गए प्रतिबंधों में 180 दिन की छूट देने की घोषणा की है। अमेरिकी ट्रेजरी और स्टेट डिपार्टमेंट की संयुक्त कार्यवाही में यह फैसला लिया गया। अब सीमित समय के लिए सीरिया के केंद्रीय बैंक और कुछ संस्थाओं के साथ व्यापार की अनुमति दी गई है।

राष्ट्रपति ट्रंप का मानना है कि अगर सीरिया को यह मौका नहीं मिला तो इस्लामिक स्टेट और अन्य चरमपंथी गुट फिर से उभर सकते हैं। उन्होंने इस कदम को “नई शुरुआत” करार दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पुनर्निर्माण में भागीदारी की अपील की है।

कौन हैं अहमद अल-शरा?

वर्तमान में सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा के अतीत पर भी नजरें टिकी हैं। उनका नाम हयात तहरीर अल-शाम, जो पहले अल-कायदा से जुड़ा रहा है, से जुड़ चुका है। यही कारण है कि वैश्विक स्तर पर अभी तक उनकी सरकार को पूर्ण मान्यता नहीं मिल सकी है। फिर भी, उन्हें सीरिया में स्थिरता और संक्रमण की उम्मीद के रूप में देखा जा रहा है।

सऊदी अरब में अहम बैठक

गौरतलब है कि इसी महीने सऊदी अरब में ट्रंप और अल-शरा की मुलाकात हुई थी, जिसने इस छूट की भूमिका तैयार की। विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात पश्चिम एशिया में नई भू-राजनीतिक दिशा की ओर इशारा करती है।

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