बाघा जतिन ……जो कर देते थे अंग्रेजी की पिटाई….
पवन कुमार सरजी
एक ऐसा क्रांतिकारी भी था,जिसका प्लान अगर कामयाब हुआ होता, साथी ने गद्दारी नहीं की होती तो देश 32 साल पहले ही यानी 1915 में स्वतंत्र हो गया होता। जब भय में लोग घरों में भी सहम कर रहते थे, वो अकेला जहां अंग्रेजों को देखता,…