लोकतंत्र: अराजकता का एक सुखद स्वरूप
महेंद्र शुक्ल
हम दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र है , लोकतंत्र राज्य का सबसे सुंदर स्वरूप होता है, पर मेरा अपना विचार है,ये लोकतंत्र की अधिकता अघोषित तानाशाही को जन्म देती है जो बहुसंख्यक समाज द्वारा राष्ट्रीय मूल्यों और अपने अस्तित्व की…