जातिगत राजनीति का अंत: समावेशी लोकतंत्र की ओर नीडोनॉमिक्स का मार्ग
प्रो. मदन मोहन गोयल, नीडोनॉमिक्स के प्रवर्तक एवं पूर्व कुलपति (तीन बार)
भारतीय लोकतंत्र अपनी विविधता, सह-अस्तित्व और समावेशिता के कारण विश्व में अद्वितीय है। लेकिन यह विडंबना है कि आज भी राजनीति में जाति सबसे बड़ा हथियार बनी हुई है। …