साहित्य उत्सव में संस्था की ‘क्षुद्रता
देवांशु झा
कल साहित्य अकादेमी के साहित्य उत्सव में गया था। दो-तीन सभागारों में बैठता-उठता हुआ अंततः सिनेमा और साहित्य की परिचर्चा सुनने बैठ गया। वहां अतुल तिवारी, नन्दिता दास जैसे विख्यात लोग थे। सिनेमा और साहित्य पर बात करते हुए वे…