सरकार बदलते ही “मित्र” की नगर निगम का चित्र हुआ विचित्र..!!
नितिनमोहन शर्मा।
वो ही अमला, वो ही नगर निगम। वो ही शहर, वो ही समस्या। वो ही अफसर, वो ही "मित्र"। पर अब चित्र विचित्र हो चला हैं। "मित्र" अब कुछ कर गुजरने पर आमादा है औऱ अमला भी कुछ करने के जज्बे से ओतप्रोत हैं। मित्र के चेहरे की उदासी भी…