🕉️ रात्रि कहानी 🕉️
दान-पुण्य
एक धनाढय सेठ था, पर था बड़ा कंजूस स्वभाव का। दान-पुण्य के लिए तो उसका हाथ कभी खुलता ही न था।
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उसके घर जो पुत्रवधू आयी वह बड़े कुलीन और सत्संगी घराने की थी।
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घर के संस्कारी माहौल और सत्संग में जाने के कारण बचपन से ही उसके…