गांधी परिवार से अब भी गहरे जुड़े हैं पीके के तार
त्रिदीब रमण
’अंधेरों के घने सफर में एक जुगनू आकर ऐसे लिपट गया है मुझसे कहीं
धू-धू कर जले हैं बुरे सपने एक फरिश्ता आकर जैसे मिला है मुझसे यहीं’
पीके ’डिनाइल मोड’ में हैं, पर आप इस चतुर सुजान के सियासी स्वांगों में मत उलझिए,…