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प्रो. मदन मोहन गोयल

अभाव में संतोष: नीडोनॉमिक्स जीवन शैली से सबक

-प्रो. मदन मोहन गोयल नीडोनॉमिक्स स्कूल ऑफ थॉट ( एनएसटी) का मानना है कि संतोष ‘आवश्यकताओं की अर्थशास्त्र’ का प्रमुख शब्द है। यह दूसरों के प्रति साझेदारी और देखभाल पर बल देता है तथा जो कुछ हमारे पास है, उसका सर्वोत्तम उपयोग करने …

ईएमआई राष्ट्र में चेतना विहीन ऋण: भारत में वित्तीय विवेक के लिए नीडोनॉमिक्स का आह्वान

प्रो. मदन मोहन गोयल, प्रवर्तक नीडोनॉमिक्स एवं पूर्व कुलपति (तीन बार) नीडोनॉमिक्स स्कूल ऑफ थॉट ( एनएसटी) भारत में बढ़ते ऋण संकट को समझने के लिए एक समयोचित दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है। एक ऐसा देश जो कभी अपनी बचत और सादगी की संस्कृति के लिए …

शून्य सड़क दुर्घटनाओं की दिशा में: हरियाणा में सड़क सुरक्षा ऑडिट हेतु नीडोनॉमिक्स आधारित रणनीति

प्रो. मदन मोहन गोयल, प्रवर्तक नीडोनॉमिक्स एवं पूर्व कुलपति (तीन बार) तेजी से बढ़ते शहरीकरण और बढ़ते वाहन स्वामित्व के युग में, सड़क सुरक्षा एक गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है, जो न केवल प्रशासनिक बल्कि नैतिक दृष्टि से भी ध्यान चाहती है। …

नीडोनॉमिक्स के दृष्टिकोण से विकास पर पुनर्विचार : प्रो. मदन मोहन गोयल का विमर्श महिला टीवी इंडिया…

पंचकूला, 10 अक्टूबर: महिला टीवी इंडिया नेटवर्क ने प्रो. मदन मोहन गोयल, तीन बार कुलपति रह चुके ,नीडोनॉमिक्स स्कूल ऑफ थॉट के प्रणेता, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर के साथ “नीडोनॉमिक्स के दृष्टिकोण से विकास पर पुनर्विचार”…

एमओयू से सार्थक निवेश तक: हरियाणा के मुख्यमंत्री की जापान यात्रा के लिए नीडोनॉमिक्स सबक

प्रो. मदन मोहन गोयल, प्रवर्तक नीडोनॉमिक्स एवं पूर्व कुलपति (तीन बार) हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी की जापान यात्रा राज्य की आर्थिक कूटनीति का एक महत्वाकांक्षी अध्याय है। इस यात्रा का उद्देश्य विदेशी निवेश आकर्षित …

राष्ट्रीय सहकारिता नीति 2025 : समावेशी विकास एवं ग्रामीण समृद्धि हेतु नीडोनॉमिक्स का मार्गदर्शन

प्रो. मदन मोहन गोयल, प्रवर्तक नीडोनॉमिक्स एवं पूर्व कुलपति (त्रिवार) नीडोनॉमिक्स स्कूल ऑफ थॉट  राष्ट्रीय सहकारिता नीति 2025 की सराहना करता है क्योंकि इसे नौ अध्यायों में विकसित एक व्यापक ढाँचे के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो भारत…

आरएसएस शताब्दी सरसंघचालक जी का संदेश : हिमालय की चेतावनी और पर्यावरणीय प्रज्ञा हेतु नीडोनॉमिक्स का…

प्रो. मदन मोहन गोयल, नीडोनॉमिक्स के प्रवर्तक एवं पूर्व कुलपति (तीन बार) विजयदशमी 2 अक्टूबर के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का शताब्दी उत्सव केवल स्मरण का अवसर नहीं रहा, बल्कि यह समाज के लिए आत्मचिंतन का क्षण बन गया। सरसंघचालक…

156वीं गांधी जयंती : सतत भविष्य के लिए नीडोनॉमिक्स अपनाएँ

प्रो. मदन मोहन गोयल, नीडोनॉमिक्स प्रवर्तक एवं त्रिवार कुलपति हर वर्ष 2 अक्टूबर को पूरी दुनिया महात्मा गांधी—सत्य और अहिंसा के प्रचारक—को सम्मानित करने के लिए रुकती है। भारत में इसे गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है, जबकि विश्व …

डिजिटल समय में त्यौहार: कृत्रिम बुद्धिमत्ता ( एआई) को आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता (एसआई ) से…

प्रो. मदन मोहन गोयल, प्रवर्तक नीडोनॉमिक्स एवं पूर्व कुलपति (तीन बार) त्यौहार संस्कृति, परंपरा और चेतना की जीवित अभिव्यक्तियाँ हैं। 2025 में त्यौहारों का डिजिटल रूपांतरण—जैसे दुर्गा पूजा का वर्चुअल पंडालों, एआई -निर्मित कलाकृतियों और …

जातिगत राजनीति का अंत: समावेशी लोकतंत्र की ओर नीडोनॉमिक्स का मार्ग

प्रो. मदन मोहन गोयल, नीडोनॉमिक्स के प्रवर्तक एवं पूर्व कुलपति (तीन बार) भारतीय लोकतंत्र अपनी विविधता, सह-अस्तित्व और समावेशिता के कारण विश्व में अद्वितीय है। लेकिन यह विडंबना है कि आज भी राजनीति में जाति सबसे बड़ा हथियार बनी हुई है। …