समग्र समाचार सेवा
उदयपुर, 29जून। राजस्थान के उदयपुर जिले में मंगलवार की दोपहर साढ़े तीन बजे एक दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद सांप्रदायिक तनाव जारी है. कन्हैयालाल की दुकान में कपड़े सिलवाने के बहाने घुसे लोगों ने उसकी गला काटकर हत्या कर दी. इसके पीछे की वजह ये है कि कन्हैयालाल के मोबाइल से भाजपा नेता नुपूर शर्मा के बयान से संबंधित एक विवादित वीडियो जारी किया गया था, जिसके बाद उसे लगातार धमकी दी जा रही थी.
जानिए वारदात का पूरा घटनाक्रम
10 जून को मृतक कन्हैया लाल के खिलाफ (पैगंबर) मुहम्मद के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था और फिर जमानत पर रिहा कर दिया गया था. उसके बाद 15 जून को उसने जान से मारने की धमकी की शिकायत की थी.
कन्हैयालाल ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में लिखा था कि मेरा बच्चा गेम खेल रहा था, उस वक्त गलती से वॉट्सऐप पर एक स्टेटस लग गया. मुझे इसकी जानकारी नहीं थी और ना ही मुझे फोन चलाना आता है.
राजस्थान के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हवा सिंह घुमारिया के मुताबिक, 11 जून को कन्हैयालाल के खिलाफ एक रिपोर्ट दर्ज की गई थी, जिसमें कहा गया था कि कन्हैयालाल ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई टिप्पणी को प्रचारित किया.
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कन्हैयालाल को गिरफ्तार किया था. फिर 11 जून को ही उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी.
15 जून को कन्हैयालाल ने लिखित शिकायत की थी कि मुझे जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. मुझे सुरक्षा दी जाए. एसएचओ ने दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता करा दिया था.
17 जून को कन्हैयालाल ने लिखित समझौता कर लिया था. कन्हैयालाल ने कहा था कि उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने वाला नाजिम उनका पड़ोसी है और उसने कन्हैयालाल को बताया था कि उसने अपने समाज के दबाव में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
कन्हैयालाल ने कहा था कि उसके पड़ोसी नाजिम को पता है कि मुझे मोबाइल चलाना नहीं आता और मैं कोई वॉट्सऐप पर पोस्ट नहीं कर सकता.
कन्हैयालाल ने लिखित बयान में कहा था कि इसके बाद भी नाजिम और उसके साथ पांच लोग दिन भर मेरी दुकान की रेकी कर रहे हैं. मुझे दुकान खोलने नहीं दे रहे हैं.
सुबह-शाम 5-7 लोग मेरी दुकान के सामने चक्कर काट रहे हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने मेरी तस्वीर अपने ग्रुप में वायरल कर दिया और सबसे यह कहा है कि अगर मैं किसी को कहीं मिल जाऊं तो मुझे जान से मार दिया जाए.
मंगलवार, 28 जून की दोपहर 3.30 बजे कन्हैयालाल की सरेआम गला काटकर हत्या कर दी गई.
राज्य में धारा 144 लागू
प्रशासन ने एहतियातन प्रदेशभर में 24 घंटों के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने के साथ-साथ धारा 144 लागू कर दी है. वहीं, उदयपुर के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. पुलिस ने इस मामले से जुड़े दोनों हत्यारोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, अभी भी तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदेशभर में कन्हैया के मर्डर के बाद गुस्सा बढ़ता जा रहा है. इसी बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है
स्थिति तनावपूर्ण, भारी पुलिस बल तैनात
वहीं, उदयपुर में दिनदहाड़े हुए हत्या के बाद से स्थिति तनावपूर्ण है. वहीं, बदला लेने के लिए हत्या किए जाने की बात सामने आते देख पुलिस भी सतर्क हो गई है. फिलहाल, इलाक में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. हत्या के बाद इलाके में लोगों में भारी रोष है. जिसके बाद लोगों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. लोग आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, फिलहाल, तनाव के चलते बाजार बंद हो गया है.
उदयपुर के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एक जघन्य हत्या को अंजाम दिया गया है और घटना की गहन रूप से जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि कुछ आरोपियों की पहचान हो गई है और आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम गठित कर दी गई है. उन्होंने कहा कि हत्या का दावा कर वीडियो बनाने वालों पर भी कार्रवाई होगी.
हत्या की जिम्मेदारी लेने वालों का वीडियो वायरल
वहीं, उदयपुर में हुई इस हत्या के बारे में एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में दो लोगों को इस हत्या के बारे में बात करते सुना जा सकता है. जो कि इसे बदले की कार्रवाई बता रहे हैं. समुदाय विशेष के ये लोग इस वीडियो में धमकी भी देते नजर आ रहे हैं कि अगर उनके समुदाय को लेकर कोई टिप्पणी हुई तो वे इसी तरह का ‘हश्र’ करेंगे. वीडियो में युवकों के हाथ में खंजर भी दिखाई दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री की अपील- शांति बनाएं, वीडियो न फैलाएं
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस पर तुरंत संज्ञान ले लिया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं. इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी. मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं। ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी.’ मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में वीडियो को शेयर न करने की अपील की. उन्होंने लिखा, ‘मैं सभी से अपील करता हूं कि इस घटना का वीडियो शेयर कर माहौल खराब करने का प्रयास ना करें. वीडियो शेयर करने से अपराधी का समाज में घृणा फैलाने का उद्देश्य सफल होगा.’
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