तनु जैन: डॉक्टर से IAS अधिकारी और फिर इस्तीफे का सफर

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,25 दिसंबर।
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा पास करना भारत में सबसे कठिन और प्रतिष्ठित उपलब्धियों में से एक माना जाता है। तनी जैन, जो पेशे से डॉक्टर थीं, ने न केवल यह चुनौतीपूर्ण परीक्षा पास की बल्कि अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर IAS अधिकारी बनीं। लेकिन उनके सफर ने हाल ही में एक नया मोड़ लिया, जब उन्होंने सिर्फ 7 साल की सेवा के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

डॉक्टर से आईएएस तक का सफर

तनी जैन का शुरुआती सफर डॉक्टर बनने तक का था। चिकित्सा क्षेत्र में उन्होंने कड़ी मेहनत से पहचान बनाई, लेकिन समाज सेवा और प्रशासनिक कार्यों में योगदान देने की इच्छा ने उन्हें UPSC की ओर मोड़ा। 2014 में उन्होंने इस प्रतिष्ठित परीक्षा को पास किया और IAS अधिकारी बनीं।

IAS के रूप में भूमिका

IAS अधिकारी बनने के बाद तनी जैन ने विभिन्न विभागों में अपनी सेवा दी। उन्होंने प्रशासनिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए नीतिगत सुधार और जनहित के कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दिया। उनकी नेतृत्व क्षमता और काम के प्रति समर्पण की सराहना की गई।

इस्तीफे का निर्णय

हालांकि, सात साल की सेवा के बाद, तनी जैन ने IAS पद से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया। इस्तीफे के पीछे के कारणों का अभी तक पूरी तरह से खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, निजी कारण और कुछ हद तक प्रशासनिक कार्यों की सीमाओं ने उनके इस निर्णय को प्रभावित किया।

भविष्य की योजना

इस्तीफे के बाद तनी जैन ने कहा कि वह समाज सेवा के दूसरे माध्यमों के जरिए लोगों की भलाई के लिए काम करेंगी। उनका मानना है कि हर व्यक्ति के पास अपने जीवन को बेहतर बनाने और दूसरों के लिए कुछ करने का एक अलग तरीका हो सकता है।

प्रेरणा का स्रोत

तनी जैन की कहानी न केवल प्रेरणादायक है बल्कि यह उन लोगों के लिए एक सीख भी है, जो अपनी सीमाओं और प्राथमिकताओं को पहचानकर जीवन में बड़े निर्णय लेते हैं। उनका डॉक्टर से IAS अधिकारी और फिर इस्तीफे तक का सफर यह साबित करता है कि इच्छाशक्ति और जुनून के साथ कोई भी अपनी राह बदल सकता है।

तनी जैन का यह कदम निश्चित रूप से उनकी नई यात्रा की शुरुआत है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह समाज सेवा में किस दिशा में अपना योगदान देती हैं।

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