तीस्ता स्टेज-III परियोजना घोटाला: सिक्किम विजिलेंस पुलिस की दिल्ली, हैदराबाद, विशाखापट्टनम, सिलीगुड़ी और गंगटोक में बड़ी कार्रवाई

समग्र समाचार सेवा,

गंगटोक, 1 जून: 31 मई — सिक्किम विजिलेंस पुलिस (SVP) ने 22, 23 और 24 मई को देश के कई शहरों में एक साथ छापेमारी अभियान चलाया। यह कार्रवाई उत्तर सिक्किम के चुंगथांग में निर्माणाधीन 1200 मेगावाट की तीस्ता स्टेज-III जल विद्युत परियोजना में गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की जांच के सिलसिले में की गई।

SVP के अनुसार, यह जांच 18 मई को दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर शुरू की गई थी। इसमें ऊर्जा एवं विद्युत विभाग के तत्कालीन PCE-कम-सचिवों, तीस्ता उर्जा लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन और प्रबंध निदेशकों, ठेकेदारों, केंद्र सरकार के अज्ञात अधिकारियों और सिक्किम सरकार के अज्ञात लोकसेवकों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं।

तीन दिनों तक चले इस विशेष ऑपरेशन में दिल्ली, हैदराबाद, विशाखापट्टनम, सिलीगुड़ी और गंगटोक में स्थित कार्यालयों और निवासों पर छापे मारे गए। इस दौरान विदेशी मुद्रा (USD), पासपोर्ट, बैंक खाता विवरण, संपत्ति दस्तावेजों समेत बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए गए। ये सभी साक्ष्य बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और आपराधिक साजिश के आरोपों की पुष्टि में महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।

प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि उस समय की राज्य सरकार ने एक पूर्वनिर्धारित योजना के तहत निष्पक्षता और पारदर्शिता को ताक पर रखकर एक अयोग्य निजी कंसोर्टियम को IPP (इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर) के रूप में चुना। परियोजना के निर्माण के दौरान भी समझौते की शर्तों का उल्लंघन हुआ और बांध की डिज़ाइन के साथ समझौता किया गया, जिससे बांध की सुरक्षा को खतरा हुआ।

इसके अलावा, कई सेवानिवृत्त अधिकारियों को ‘कंसल्टेंसी फीस’ के नाम पर रिश्वत देने के आरोप भी सामने आए हैं। जांच में यह भी आशंका जताई गई है कि कई केंद्रीय विभागों के अधिकारियों ने अवैध मंजूरी देने में मदद की।

SVP ने कहा कि आगे की जांच में अवैध संपत्तियों की पहचान, मनी लॉन्ड्रिंग, और सरकारी अधिकारियों की संलिप्तता की परतें खोली जाएंगी।

 

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