समग्र समाचार सेवा
पटना, 1 सितंबर: बिहार की राजनीति में विपक्ष की आवाज़ एक बार फिर तेज़ हुई जब पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि अब किसी को चुनाव आयोग की निष्पक्षता और विश्वसनीयता पर भरोसा नहीं रह गया है।
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी सत्ता के बल पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को खोखला कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान को कमजोर करने की साजिश हो रही है, लेकिन जनता इसके खिलाफ खड़ी होगी और आने वाले समय में लोकतंत्र खत्म करने वालों को करारा जवाब देगी।
चुनाव आयोग पर सवाल
तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग, जो कभी लोकतंत्र की रीढ़ माना जाता था, अब उसकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। उनका आरोप था कि आयोग आज सत्ता पक्ष की कठपुतली बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि जनता को अब इस बात का अहसास हो गया है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना चुनाव आयोग की प्राथमिकता नहीं रह गई है।
बीजेपी पर तीखा वार
राजद नेता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए बीजेपी हर तरह के हथकंडे अपना रही है। उनका दावा था कि चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी का असली चेहरा जनता के सामने आ चुका है और अब लोग सच्चाई को समझ चुके हैं।
लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का आह्वान
तेजस्वी यादव ने जनता से अपील की कि वे लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा,
“यह देश संविधान और लोकतंत्र की नींव पर खड़ा है। अगर इन्हें कमजोर किया गया, तो देश का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा।”
तेजस्वी ने विश्वास जताया कि देश की जनता जागरूक है और आने वाले चुनावों में इसका उचित जवाब देगी।
#WATCH | पटना: राजद नेता तेजस्वी यादव ने 'मतदाता अधिकार यात्रा' पर कहा, एक बात स्पष्ट है कि चुनाव आयोग की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है और भाजपा का असली चेहरा उजागर हो गया है… इस बार जनता खूंटा ठोक कर इन्हें बिहार से भगाने का काम करेगी और बिहार से पूरे देश में ये संदेश जाएगा।… pic.twitter.com/KlydPUUEuB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 1, 2025
विपक्ष का मजबूत स्वर
तेजस्वी यादव के इस बयान को विपक्षी एकजुटता की कोशिशों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। बिहार ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी विपक्ष लगातार चुनाव आयोग और बीजेपी पर सवाल उठा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि तेजस्वी यादव का यह बयान सिर्फ बिहार की राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका असर राष्ट्रीय राजनीतिक बहस में भी दिखाई देगा।
तेजस्वी यादव के ताज़ा हमले से साफ है कि विपक्ष अब लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता और विश्वसनीयता को बड़ा मुद्दा बनाकर जनता के बीच जाएगा। आने वाले चुनावी माहौल में यह बहस और तेज़ हो सकती है कि क्या चुनाव आयोग वास्तव में निष्पक्ष है या सत्तारूढ़ दल के दबाव में काम कर रहा है।
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