टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्लांट में लगी भयानक आग, क्षेत्र में मचा हड़कंप

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,28 सितम्बर। टाटा ग्रुप की एक कंपनी के प्लांट में भीषण आग लगने से इलाके में हड़कंप मच गया है। यह घटना तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में होसुर के पास स्थित टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्लांट में हुई। आग लगने की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई और आग बुझाने का कार्य शुरू कर दिया है।

आग लगने की घटना:

सूत्रों के अनुसार, आग लगने की यह घटना देर रात या सुबह के पहले घंटे में हुई। आग ने देखते ही देखते प्लांट के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने आग बुझाने के लिए कई फायर टेंडर को लगाया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आस-पास के लोगों में दहशत फैल गई।

नुकसान का अनुमान:

फिलहाल, आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, आग के कारण प्लांट के कई उपकरण और सामग्री जलकर राख हो गई है। टाटा ग्रुप के अधिकारियों ने नुकसान का आकलन करने के लिए जांच टीम गठित की है। अभी तक किसी व्यक्ति के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए तलाशी अभियान जारी है कि कोई भी कर्मचारी अंदर न रह गया हो।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया:

स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखी है और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन ने कहा है कि वे स्थिति को नियंत्रित करने और आग की जांच करने में पूरी तरह से सक्षम हैं। उन्होंने स्थानीय निवासियों से भी आग से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए सहयोग करने का आग्रह किया है।

टाटा ग्रुप की प्रतिक्रिया:

टाटा ग्रुप ने इस घटना पर दुःख व्यक्त किया है और कहा है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। कंपनी ने यह भी कहा है कि वे प्रभावित कर्मचारियों और उनके परिवारों की सहायता के लिए सभी संभव प्रयास करेंगे। टाटा ग्रुप ने सुरक्षा मानकों को बनाए रखने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है और इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

निष्कर्ष:

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्लांट में लगी भयानक आग ने न केवल कंपनी बल्कि पूरे क्षेत्र में चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। प्रशासन और दमकल विभाग की कोशिशें जारी हैं, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही स्थिति नियंत्रण में आ जाएगी। आग के कारणों और नुकसान का आकलन करने के लिए जांच का सिलसिला जारी रहेगा। टाटा ग्रुप की सुरक्षा प्रोटोकॉल और घटनाओं की जांच की प्रक्रिया इस घटना के बाद और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।

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