समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 मई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ बातचीत की। दोनों नेताओं ने भारत और ब्रिटेन के बीच सामरिक साझेदारी की समीक्षा की और दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता वार्ता में हुई प्रगति का जायजा लिया। दोनों नेता व्यापार एवं निवेश, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, उच्च शिक्षा और दोनों देशों के आम लोगों के बीच परस्पर संबंधों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और बेहतर बनाने पर सहमत हुए।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल जापान के हिरोशिमा में तीसरे क्वॉड शिखर सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानिस, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ हिस्सा लिया। क्वॉड नेताओं ने स्पष्ट रूप से सीमा पार आतंकवाद सहित किसी भी रूप में हिंसक उग्रवाद और उससे संबंधित गतिविधियों और आतंकवाद की निंदा की। एक संयुक्त बयान में उन्होंने मुंबई के 26/11 और पठानकोट में आतंकी हमलों की निंदा की। विदेश मंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और आपसी रणनीतिक हितों को ध्यान में रखते हुए हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के विकास को लेकर सकारात्मक चर्चा की। मुक्त, खुले और समावेशी हिन्द-प्रशांत क्षेत्र से संबंधित अपने दृष्टिकोण को लेकर इन नेताओं ने संप्रभुता के सिद्धान्त, क्षेत्रीय अखंडता और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के महत्व को दोहराया। इन नेताओं ने क्वॉड दृष्टिकोण पर आधारित बयान – हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के स्थायी भागीदार भी जारी किया, जो कि इनके सैद्धान्तिक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
हिन्द-प्रशांत क्षेत्र की समृद्धि को मजबूती प्रदान करने के लिए इन नेताओं ने स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला पहल की भी घोषणा की, जो कि शोध और विकास की सुविधाएं प्रदान करेगी और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में ऊर्जा के रुपांतरण का समर्थन करेगी। स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला का विकास करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखलाओं के क्वाड सिद्धांतों को मंजूरी दी गई थी।
‘क्वाड इंफ्रास्ट्रक्चर फैलोशिप प्रोग्राम’ को भी इस क्षेत्र में नीति निर्माताओं और उपयोगकर्ताओं को अपने देशों में टिकाऊ और व्यवहारिक बुनियादी ढांचे के डिजाइन, निर्माण और प्रबंधन को समर्थन देने के लिए मंजूरी दी गई थी।
आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिरोशिमा के विक्टिम्स मेमोरियल सेनोटाफ पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री का जी-7 शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठकों का भी कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन देशों के दौरे के दूसरे चरण के लिए पापुआ न्यू गिनी और इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाएंगे।
नेताओं ने प्रशांत क्षेत्र में पहली बार पलाऊ में छोटे पैमाने पर ओ आर ए एन तैनाती के लिए क्वॉड के समर्थन की घोषणा की। उन्होंने खुले, अंत:प्रचालनीय और सुरक्षित टेलीकॉम प्लेटफॉर्म उद्योग में निवेश का समर्थन करने के लिए ओ आर ए एन सुरक्षा रिपोर्ट भी जारी किया। क्वॉड निवेशक नेटवर्क को रणनीतिक प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में निवेश की सुविधा प्रदान करने वाले एक निजी क्षेत्र के मंच के रूप में लॉन्च किया गया है। इन नेताओं ने पिछले साल टोक्यो शिखर सम्मेलन में घोषित समुद्री क्षेत्र जागरूकता के लिए हिन्द-प्रशांत क्षेत्र साझेदारी में हुई प्रगति का स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस क्षेत्र के साथ मांग-संचालित विकास, सहयोग के लिए भारत का दृष्टिकोण इन प्रयासों में किस तरह से योगदान दे रहा है। उन्होंने क्वॉड के रचनात्मक एजेंडे को मजबूत करने और इस क्षेत्र के लिए ठोस परिणाम देने के महत्व पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने क्वॉड नेताओं को 2024 में अगले क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए भारत आमंत्रित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर वार्ता से इतर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डि सिल्वा, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैंक्रों, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योएल के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं कीं प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में कहा कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के साथ सूचना प्रौद्योगिकी, नवाचार, तकनीक, सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढाने के तौर तरीकों पर विचार-विमर्श किया। वार्ता में व्यापार साझेदारी और रक्षा सहयोग बढाने पर विशेष रूप से चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदेमेर जेलेंस्की से भी मिले। प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत और राजनयिक प्रयासों के जरिए हल ढूंढकर आगे बढने के प्रति भारत के समर्थन से वोलोदेमेर जेलेंस्की को अवगत कराया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भारत यूक्रेन के लोगों को मानवीय सहायता मुहैया कराता रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी आज हिरोशिमा में पीस मेमोरियल म्यूजियम गए और वहां प्रदर्शनी में रखे दस्तावेज देखे, साथ ही आगन्तुक पुस्तिका में संदेश लिखा। सभी नेताओं ने हिरोशिमा पीस मेमोरियल पार्क में श्रद्धांजलि भी अर्पित की। प्रधानमंत्री आज भी कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं करेंगे। बाद में वे अपनी यात्रा के दूसरे चरण में पापुआ न्यू गिनी के लिए रवाना होंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाएंगे।
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