समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20अप्रैल। देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने शनिवार (20 अप्रैल) को कानून मंत्रालय द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉफ्रेंस में कहा कि देश में 3 नए कानूनों के पारित होने से भारत के समाज में बहुत बड़ा बदलाव आएगा. जिससे की एक नए अध्याय की शुरुआत होगी. इसके साथ ही डीवाई चंद्रचूड़ ने बताया कि नए कानून के भारत में शुरू होते ही देश के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम में बड़े बदलाव लाएंगे.
इसके अलावा डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि पुराने कानून में कई सारी खामियां हैं. इसकी पहली खामी है कि ये डेढ़ सौ साल से ज्यादा पुराने हो गए हैं. ये कानून 1860, 1873 से चले आ रहे हैं. इसलिए नए कानून का संसद से पारित होना इस बात का संदेश है कि भारत बदल रहा है.
चीफ जस्टिस ने कहा पुराने कानूनों में हैं कई सारी कमियां हैं इसलिए इन 3 नए कानूनों के जरिए भारत के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम में अभूतपूर्व बदलाव ला जाएंगे और पीड़ितों पर भी ध्यान दिया जाएगा.
इसके आगे उन्होंने कहा कि पुराने तरीकों की सबसे बड़ी खामी पीड़ित पर ध्यान न देना था. नए कानून में अभियोजन और जांच कुशलता से हो सके, इसके साथ पीड़ित के हितों को भी ध्यान रखा जाएगा. वहीं उन्होंने कहा कि नया कानून नई जरूरतों के लिए हैं लेकिन हमे ये सुनिश्चित करना होगा कि infrastructure पर्याप्त रूप से विकसित हो. जांच अधिकारियों को ट्रेनिंग मिले.
चीफ जस्टिस ने कहा, ‘हाल ही मैं मैने सभी HC के चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी है कि सभी स्टेक होल्डर्स पुलिस, कोर्ट्स आदि को नए कानूनों के लिए ट्रेनिंग दी जाए.’
#WATCH | Delhi: CJI DY Chandrachud says, "…I think the enactment of these (Bharatiya Nyaya Sanhita, Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita and Bharatiya Sakshya Act) laws by parliament is a clear indicator that India is changing, India is on the move and that India needs new legal… pic.twitter.com/M1ZXOnXTfN
— ANI (@ANI) April 20, 2024
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